उत्तराखंड के भगवानपुर से ऐसा मामला सामने आया है। जहॉ स्कूल में शिक्षक ने छठी और सातवीं बच्चों के बाल काट दिए । स्कूल की छुट्टी के बाद जब बच्चे घर पहुंचे तो कटे बालों को देखकर उनके घर वाले अचंभित रह गए और इस बारे में बच्चों से जानकारी ली । बच्चों के माता पिता जब स्कूल पहुंचे तो उन्होंने इस पर जमकर विरोध किया और कहा कि इस बारे में स्कूल प्रशासन ने उन्हें कोई भी सूचना नहीं दी। और बिन बताए बच्चों के बाल काट दिए, स्कूल में ऐसा करना ठीक नहीं है। स्कूल में हंगाम की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। और मुंह पर कपड़ा रखकर बाल काटने, बच्चों से दुर्व्यवहार और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया ।