यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ के इकोनॉमिक एडवाईजर केवी राजू ने त्यागपत्र दे दिया है। केवी राजू सीएम योगी के साथ राज्य के विकास योजनाओं पर कार्य किया था। उनके त्यागपत्र को स्वीकार कर दिया गया है।सीएम योगी के सत्ता में आने के बाद साल 2018 फरवरी को बतौर इकोनॉमिक एडवाइजर केवी राजू को नियुक्त किया गया था। सीएम योगी के इकोनॉमिल एडवाईजर के त्यागपत्र देने के बाद जिन कमेंटियों का वह हिस्सा थे उनमें किसी इकोनॉमिस्ट को हिस्सा बनाया जाएगा।
यह भी पढ़े-उत्तराखंड में कोरोना ने पसारे पांव, नैनीताल में मिले आठ कोरोना पॉजिटिव
दो कराणों से दिया त्यागपत्र
जानकारी के अनुसार आर्थिक सलाहकार केवी राजू ने दो करणो से त्यागपत्र दिया जिसमें पहला यूपी कि 10 खरब डॉलर कि इकोनॉमी में कंसल्टेंट के सलेक्शन के तरीके से वह असंतुष्ट थे क्योंकि लगभग डेढ़ साल के बाद भी एडमिनिस्ट्रेटिक डिपार्टमेंट कंसल्टेंट नहीं सलेक्ट कर पाए थे। दूसरा केवी राजू विधानसभा चुनाव से पूर्व वह यहां कि जिम्मदारियों से मुक्त होकर एकेडमिक प्रोजेक्ट में जाने कि कोशिश में बीते दिनो एक रिसर्च प्रॉजेक्ट मिलने के बाद वह अपना त्यागपत्र देकर चले गए।
कई योजानाओं में निभाई थी अहम भूमिका
केवी राजू ने सीएम के इकोनॉमिक एडवाइजर के रुप में पूर्वांचल व बुंदेलखंड विकास बोर्ड के गठन से लेकर जिलेवार ग्रीन स्किल डेवल्पमेंट प्रोग्राम(जीएसडीपी) के आंकडे तैयार करवाने तक कि पहल तथा सितंबर 2019 में आईआईएम लखनऊ के साथ मंत्रियों और ऑफिसरों की वर्कशॉप में भी अहम भूमिका निभाई थी। केवी राजू की सलाह पर देश की इकोनॉमी 50 खरब डॉलर बनाने के टार्गेट में यूपी की 10 खरब डॉलर करने कि कार्ययोजना आगे बढ़ रही थी।
अन्य इकोनॉमिस्ट को नियुक्त करने दिए निर्देश
शासन के सीनियर ऑफिसर का कहना था कि केवी राजू 10 खरब डॉलर की इकोनॉमी से जुड़े कार्यों को आगे बढ़ाने से जुड़ी समिति का हिस्सा थे। केवी राजू के त्यागपत्र देने बाद मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी के नेतृत्व वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने उनकी जगह पर किसी इकोनॉमिस्ट पर नियुक्त करने का निर्देश दिया है।