उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को देख तमाम पार्टियों ने चुनावी रणनीति तैयार कर ली है साथ ही चुनाव की तिथि घोषित होने से पार्टियों ने अपने प्रचार- प्रसार को भी तेज कर दिया है। आगामी विधानसभा चुनाव में लोकतंत्र के महापर्व में जनता का एक- एक वोट कितना कीमती है यह सभी राजनीतिक पार्टियां समझती है। हर एक वोट की जहां बात करें तो नैनीताल जिले में 266 मतदान स्थल ऐसे है जहां पोलिंग पार्टियों को मतदान स्थल तक पहुंचने के लिए पैदल दूरी नापनी पड़ती है।
नैनीताल में बहुत से गांव ऐसे है जहां सड़क सुविधा न होने के कारण पोलिंगों को मतदान के लिए दूर- दराज क्षेत्र तक चलना पड़ता है, जिस कारण कुछ मतदाता दूरी मार्ग होने के कारण वोट ही नहीं दे पाते।
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नैनीताल में नौ स्थल तो ऐसे भी है, जहां मतदान स्थल तक पहुंचने के लिए पांच किमी से भी ज्यादा पैदल चलना पड़ता है, साथ ही सबसे ज्यादा 7 किमी से 8 किमी तक पैदल दूरी वाले मतदान स्थल भी नैनीताल में है। नैनीताल जिले की भीमताल व नैनीताल सीट पर कई दूरस्थ गांव ऐसे हैं जहां तक सड़कों की पहुंच ही नहीं है, इस कारण कई लोग मतदान स्थल तक नहीं जा पाते औऱ उनका वोट छूट जाता है।
सिमरन बिंजोला