उत्तराखंडचारधाम यात्रा 2025बाबा केदारनाथ धाम
प्रगति पर है केदारनाथ धाम का वैकल्पिक मार्ग, मात्र 400 मीटर का हिस्सा शेष…. टूटे रास्तों पर बनेंगे पुल
उत्तराखंड के प्रमुख चार धामों में से एक और बारह ज्योतिर्लिंगो में से एक श्री बाबा केदारनाथ धाम के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाने का कार्य अब लगभग समाप्ति की ओर है। गरुढ़चट्टी से केदारनाथ धाम के लिए मार्ग वर्ष 2021 में ठीक कर लिया गया था लिहाजा अब इसके आगे के मार्ग को तैयार किया जा रहा है , जिसका मात्र 400 मीटर का हिस्सा ही अब शेष रह गया है।
प्रगति पर है केदारनाथ धाम का वैकल्पिक मार्ग
उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरु होने वाली है लिहाजा प्रदेश में परिवहन और यात्रा मार्गों को लेकर संबंधित विभाग और प्रदेश सरकार काफी सजग प्रतीत हो रही है। वहीं उत्तराखंड के चार धामों में से प्रमुख श्री बाबा केदारनाथ धाम के लिए मार्ग को दुरुस्त करने और सुचारु रुप से क्रियान्वित करने के लिए प्रदेश सरकार के आदेशानुसार लोक निर्माण विभाग केदारनाथ धाम को जाने वाले मार्ग पर यात्रा को और सुगम बनाने की कोशिश जुटा है। आपको बता दें कि लोक निर्माण विभाग यहां चट्टानों को काटकर केदारनाथ धाम जाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग बना रहा है, जिसके लिए मौसम प्रतिकूल होने और ऊंचाई वाला क्षेत्र होने के कारण चुनौती ज्यादा है, फिर भी प्रयास है कि एक महीने तक शेष हिस्से की चट्टान को काटकर मार्ग बनाया जा सके। वैसे तो साल 2013 में केदारनाथ में आई आपदा से क्षतिग्रस्त हुए गरुढ़चट्टी से लेकर केदारनाथ धाम के मार्ग को तो लोक निर्माण विभाग ने साल 2021 में ही दुरुस्त कर लिया था , लेकिन अब गरुढ़चट्टी से रामबाड़ा तक पांच किमी से अधिक मार्ग को तैयार किया जाना है। वहीं लोनिवि के अधीक्षण अभियंता मुकेश परमार कहते हैं कि इस मार्ग को तैयार करने अधिक से ज्यादा काम हो चुका है, और अब इसे तैयार करने में मात्र 400 मीटर का हिस्सा शेष रह गया है। इसके निर्मित होने के बाद धाम जाने के लिए एक और मार्ग का विकल्प रहेगा।टूटे रास्तों पर बनेंगे पुल
आपको बता दें कि बीते वर्ष 31 जुलाई को आई आपदा ने गौरी कुंड से केदारनाथ धाम को जाने वाले 17 किमी मार्ग को खासा नुकसान पंहुचाया था, लिहाजा लोक निर्माण विभाग द्वारा इस मार्ग को भी तकरीबन दुरुस्त कर लिया गया है। वहीं रामबाड़ा और जंगल चट्टी के पास दो स्थान ऐसे हैं जहां पर मार्ग पूर्णत: बह चुका है लिहाजा उस स्थान पर भी पुल बनाकर मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है वैसे तो हमने रामबाड़ा पर वॉश आउट हुए स्थान पर एक ब्रिज को तैयार किया था लेकिन अब यात्रा को अधिक सुगम बनाने और यात्रियों की सुविधा के लिए एक और बैली ब्रिज बनाने की योजना है। इसके अलावा जंगल चट्टी में भी एक और पुल बनाने की योजना है।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)