उत्तराखंड में भी अब घोटालो ने अपनी रफ्तार चौगुनी कर ली है, राज्य का नौगांव सहकारी सेब समिति में हुआ सेब घोटाला तो सभी के सामने है, कुछ समय पहले ही नौगांव की सहकारी सेब समिति में सेबों की खरीद-फरोख्त में करोड़ों का घोटाला सामने निकल कर आया है, इसके लिए सहकारी विभाग मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने जांच को निष्पक्ष और पारदर्शि करने के लिए जांच का जिम्मा SIT को सौंपने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। साल 2019-20 और 2021-22 में NSDC प्रोजेक्ट के तहत उत्तरकाशी जिले में सेब काश्तकारों को प्रोत्साहित करने के लिए अनामृत फार्म एज ऑनर्स कंपनी के साथ एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य था कि सेब काश्तकारों से सीधे फल को खरीदकर बाजार में बेचना। अब चूंकि सेबों की बिक्रि FFTH के माध्यम से करी गई थी लिहाजा समिति को बेचे गए सेबों के बिल और बैंक खातों विवरण विभाग को उपलब्ध नहीं कराया गया। जिस कारण समिति के संचालक मंडल ने निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखंड और परियोजना निदेशक राज्य सहकारी विकास परियोजना को इस मामले में एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की। जब विभागीय जांच करी गई तो सेब की खरीद-फरोख्त में भारी मात्रा में हेराफेरी पाई गई और करोड़ों रुपयो का घपला भी पाया गया। लिहाजा इस पूरे मामले की गहनता से जांच के लिए विभागीय जांच समिति ने उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की।
सरकार ने दिए SIT जांच के निर्देश
विभागीय जांच में घोटाला उजागर होते ही राज्य सहकारी विभाग मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने निष्पक्ष और पारदर्शि करने के लिए जांच का जिम्मा SIT को सौंपने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है ताकि आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सके। डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि विभागीय जांच में सेब के क्रय-विक्रय में व्यापक धांधली का पता चला है, जिसके आधार पर यह कदम उठाया गया है।