उत्तराखंड रोडवेज की आय में 2.2 करोड़ की गिरावट
त्योहारी सीजन में भी उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें उम्मीद के मुताबिक कमाई नहीं कर सकीं और निगम को घाटा झेलना पड़ा। धनतेरस और छोटी दीपावली पर इस वर्ष रोडवेज ने कुल 2.84 करोड़ रुपये की आय अर्जित की, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 5.4 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी, यानी 2.2 करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई। घाटे के पीछे डग्गामार बसों की गतिविधियों को बड़ा कारण बताया जा रहा है। निगम ने त्योहारों पर अतिरिक्त बस सेवाएं संचालित की थीं, लेकिन अपेक्षित राजस्व नहीं मिल सका। अब निगम को भाईदूज और छठ पूजा पर यात्रियों की संख्या बढ़ने से आय में सुधार की उम्मीद है।
यात्रियों की भीड़ के बावजूद मात्र 2.84 करोड़ की कमाई
धनतेरस और छोटी दीपावली पर यात्रियों की भारी भीड़ के बावजूद उत्तराखंड परिवहन निगम की आय में गिरावट दर्ज की गई है। निगम ने बरेली, दिल्ली, गुड़गांव, हरियाणा और लखनऊ के लिए अतिरिक्त बसें चलाकर आय बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। धनतेरस पर 1.37 करोड़ और छोटी दीपावली पर 1.47 करोड़ रुपये की कुल 2.84 करोड़ की कमाई हुई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में करीब पांच करोड़ रुपये की आय दर्ज की गई थी। इस बार इनकम में बढ़ोतरी के बजाय गिरावट आने से निगम प्रबंधन चिंता में है और आय घटने के कारणों की जांच में जुट गया है।
100 करोड़ के घाटे में चल रहा उत्तराखंड रोडवेज
उत्तराखंड परिवहन निगम की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है। पहले से ही लगभग 100 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा निगम इस वर्ष के त्योहारी सीजन में भी आय बढ़ाने में असफल रहा है। वर्ष 2024 में जहां रोडवेज ने 5.4 करोड़ रुपये की इनकम की थी, वहीं इस बार धनतेरस और छोटी दीपावली मिलाकर केवल 2.84 करोड़ रुपये की ही आय दर्ज की गई। निगम ने बरेली, दिल्ली, लखनऊ और हरियाणा जैसे रूटों पर अतिरिक्त बसें चलाकर राजस्व बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। सहायक महाप्रबंधक (वित्त) मुकेश नौटियाल ने बताया कि डग्गामार बसों की वजह से आय में गिरावट आई है। फिलहाल निगम इस घाटे की जांच कर रहा है और भाईदूज व छठ पूजा के दौरान आमदनी बढ़ाने की उम्मीद कर रहा है।
लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)
