जन्मदिन पर भी डटे CM धामी
देहरादून में बादल फटने से भारी तबाही मचने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद मैदान में उतरकर राहत और बचाव कार्यों की कमान संभाल रहे हैं। खास बात यह है कि आज उनका जन्मदिन है, लेकिन जश्न मनाने के बजाय मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचे, जहां वे जेसीबी मशीन पर सवार होकर मलबे से घिरे इलाकों तक पहुंचे। ग्रे सूट पहने हुए धामी जी को खुद जेसीबी में बैठकर सड़कों, पुलों और जलभराव वाले क्षेत्रों की स्थिति का निरीक्षण करते हुए देखा गया। लगातार बारिश से कई सड़कें टूट चुकी हैं, घर जलमग्न हो गए हैं और लोग मुश्किलों में फंसे हुए हैं। ऐसे हालात में सामान्य वाहनों से प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंच पाना कठिन था, इसलिए सीएम ने जेसीबी का सहारा लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को तुरंत राहत शिविर बनाने, प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पानी और दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए। मुख्यमंत्री का यह कदम प्रभावित जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और जमीनी नेतृत्व की मिसाल पेश करता है।
बाजार में मलबा घुसा, कई दुकानें-होटल ध्वस्त
देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में रात करीब 10 बजे बादल फटने जैसी घटना के बाद भारी तबाही मची, जहां उफनते नाले का मलबा बाजार में घुस आने से कई दुकानें और होटल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि मलबे में 4 से 5 लोग दबे हो सकते हैं। लगातार बारिश से गांव की सड़कें टूट चुकी हैं और कई इलाकों का संपर्क भी कट गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस को बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए और खुद भी केसरवाला व मालदेवता में नुकसानग्रस्त इलाकों का जायजा लिया, जहां रायपुर के मालदेवता में 100 मीटर लंबी सड़क ध्वस्त हो गई। घरों और सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है और स्थानीय लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से फोन पर बातचीत कर हर संभव मदद का भरोसा दिया है, जबकि बचाव दल युद्धस्तर पर राहत कार्यों में जुटे हैं।

तमसा नदी उफान पर, तपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर जलमग्न
मानसून की लगातार मार अब देवभूमि की आस्थाओं पर भी भारी पड़ रही है। देहरादून जिले में सोमवार रात हुई मूसलाधार बारिश से तमसा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिसके चलते प्रसिद्ध तपकेश्वर महादेव मंदिर का आंगन पूरी तरह जलमग्न हो गया। नदी की धारा इतनी तेज थी कि पानी हनुमान जी की प्रतिमा तक पहुंच गया, हालांकि मंदिर का मुख्य गर्भगृह सुरक्षित रहा। अचानक आई इस स्थिति से श्रद्धालु और स्थानीय लोग दहशत में हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हालात का संज्ञान लेते हुए प्रभावितों की सहायता सुनिश्चित करने और प्रशासन को राहत कार्यों के निर्देश दिए। सरकार का कहना है कि हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि आपदा से प्रभावित क्षेत्र और राजधानी देहरादून जल्द ही सामान्य स्थिति में लौट सके।
लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)

