बीते 16 दिसंबर को महंत इंद्रेश अस्पताल में एक व्यक्ति के मृत शरीर को लाया गया, जब पुलिस को डेथ मेमो मिले तो पटेल नगर कोतवाली ने शव का पंचायत नामा किया तो पाया कि शव के गले में कुछ निशान हैं और मृतक के कानों से खून आ रहा था। इसके बाद पुलिस को परिवार पर शक होता है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाता है, जिसके बाद मृतक के भाई की तहरीर पर पटेलनगर कोतवाली में मामला का मुकदमा दर्ज हो जाता है।
यहां पुलिस अपनी तफ्तीश जारी रखती है और मौत के संदिग्ध कारणों को जानने की कोशिश करती है। पहले तो मृतक की पत्नी ने पूछताछ में मौत का कारण बीमारी को बताया लेकिन जब पत्नि अपने पति के शव को लेने पंहुची तो वहां पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मृतक की पत्नी से जब शख्ती से पूछताछ करी गई तो उसने रट्टू तोते की तरह सब उगल दिया और पुलिस ने संदिग्ध मौत के कारणों से पर्दाफाश कर दिया।
चचेरे भाई संग था प्रेम-प्रसंग
आइये आपको हम पूरा मामला विस्तार से बताते हैं, मृतक का नाम परमिंदर था जो पेशे से एक मोटर मैकेनिक था। परमिंदर फतेहपुर(सहारनपुर) का रहने वाला था लेकिन हाल में वो पित्थुवाला में अपनी पत्नी व बच्चों सहित रह रहा था। परमिंदर की पत्नी का नाम सरिता है, जिसका परमिंदर के चचेरे भाई अनुज के साथ अवैध संबंध थे। अनुज साल 2017 में गांव से अपने चचेरे भाई के पास रहने देहरादून आया और साल 2020-2021 तक उसने निरंजंनपुर से आइआइटी करी। इस दौरान परमिंदर की पत्नी सरिता और देवर अनुज के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी, दोनों घंटो-घंटो बातें करते और इस तरह दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरु हो गया। जब इस बात की भनक परमिंदर को लगी तो उसने पत्नी सरिता और अनुज को काफी डांट लगाई जिस कारण परमिंदर और अनुज के बीच काफी विवाद हुआ और परविंदर ने अनुज को घर से निकाल दिया। अब अनुज परमिंदर के घर के पास ही कमरा लेकर रहने लगा और सरिता व अनुज का प्रेम-प्रसंग जारी रहा। परमिंदर जब घर पर नहीं होता तो दोनों प्रेमी खूब मिला करते, बातें किया करते। परमिंदर के टोकने के बावजूद भी सरिता अनुज से मिलने जाया करती थी। दोनों के बीच प्रेम इतना बढ़ा कि दोनों ने शादी करने की योजना बनाई और दोनो ने परमिंदर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
लाइनमैन ने पहले UPCL का ट्रांसफ़ॉर्मर बंद किया
घटना वाले दिन यानी 16 दिसंबर की रात दिन परमिंदर नशे की हालत में था दोनों प्रेमियों को इससे अच्छा मौका शायद ही मिल पाता। सरिता ने अनुज को व्हाट्सएप पर कॉल की और घर पर बुलाया। अनुज अपनी बाइक से मोहल्ले की तरफ आया और इस दौरान उसने यूपीसीएल के ट्रांसफार्मर से परमिंदर के मोहल्ले की लाइट को बंद कर दिया ताकि उसे कोई आते हुए ना देख ले, चूंकि अनुज UPCL में लाइनमैन के पद पर तैनात है और आइएसबीटी क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट नगर बिजली घर में नियुक्त है।
प्रेम प्रसंग ने दिया कत्ल को अजांम
जब अनुज सरिता के घर पंहुचा तो परमिंदर अपने बच्चों के साथ सो रहा था, सरिता ने बच्चों को परमिंदर के बगल से उठाया और दूसरे कमरे में सुला दिया। सरिता को यह कुकर्म करते हुए जरा भी संकोच ना हुआ और ना ही उसके हाथों में कंपकंपी आई। इसके बाद अनुज और सरिता ने पहले से ही शराब के नशे में बेसुध पड़े परमिंदर के सिर को कई बार चारपाई से पटका जिस कारण परमिंदर बेहोश हो गया और इसके बाद दोनों प्रेमियों ने पत्नी की चुन्नी से गला घोट कर परमिंदर को मौत के घाट उतार दिया।
पहले किया कत्ल फिर रोते हुए ले आई अस्पताल
परमिंदर को मौत के घाट उतारने के बाद सरिता ने परमिंदर का स्वास्थ्य अस्वस्थ बताकर कुछ अन्य लोगों के साथ रोते हुए उसे महंत इंद्रेश अस्पताल लाई। जहां पहले से ही मृत पड़े परमिंदर को दुबारा मृत घोषित कर दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर रिपोर्ट के आधार पर दोनों प्रेमियों से पूछताछ कर सच उगलवा लिया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।