प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया। उन्होंने लौहपुरुष सरदार वल्लभाई पटेल की जन्मजयंती के मौके पर उनकी भव्य प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और नमन किया। और इस दौरान अपने संबोधन में पीएम ने मोरबी में औपनिवेशिक काल के पैदल पुल के ढहने की घटना पर ‘दुख’ प्रकट किया और हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. पीएम मोदी ने भावुक आवाज में कहा, ‘मैं एकता नगर में हूं लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों के साथ है। मैंने अपने जीवन में शायद ही कभी इस तरह के दर्द का अनुभव किया होगा। एक तरफ दर्द से भरा दिल है तो दूसरी तरफ कर्तव्य पथ.’
उन्होने कहा कि यह घटना देश को हिला देने वाले सबसे घातक हादसों में से एक है। इस दुर्घटना में 141 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं। तो करीब 200 लोगों का रेस्क्यू किया गया। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘दुख की इस घड़ी में सरकार हर तरह से शोक संतप्त परिवारों के साथ है. गुजरात सरकार कल से राहत और बचाव अभियान चला रही है। तो अस्पताल में भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है जहां घायलों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने राष्ट्र को यह भी आश्वासन दिया कि बचाव और राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और कहा कि गुजरात सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। प्रधानमंत्री मोदी पहले ही पीएम रिलीफ फंड से घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा कर चुके हैं। तो घटना के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर दुख जताते हुए कहा था कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अधिकारियों से बात की है। प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘राहत और बचाव अभियान जोरों पर चल रहा है और सभी आवश्यक सहायता मुहैया कराई जा रही है।