उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्लास्टिक पैकेजिंग से जुड़े छोटे-बड़े 1,724 उद्योगों की एनओसी रद्द कर दी है। इसके चलते अब लाखों कामगारों के सिर पर बेरोजगारी की तलवार लटक गई है।
प्रदेश में तीन बड़े जिलों देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में सिंगल यूज प्लास्टिक पैकेजिंग और निर्माण से जुड़े सर्वाधिक छोटे-बड़े उद्योग हैं। इन यदि ये उद्योग निर्धारित समय में प्लास्टिक पैकेजिंग के लिए ईपीआर प्लान जमा नहीं करते हैं तो इन्हें बंद कर दिया जाएगा।
बता दें कि प्रदेश में सभी औद्योगिक इकाइयां प्रभावित हुई हैं, जो बहुस्तरीय प्लास्टिक शैशे या पाउच या पैकेजिंग प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हुए अपने उत्पादों को बाजार में बेचती हैं।
इन पांच कंपनियों को राहत
पीसीबी ने एपीआर एक्शन प्लान जमा करने वाली पांच कंपनियों को एनओसी रद्द करने के फैसले से बाहर रखा है। इनमें ब्रिटानिया इंडस्ट्री लि., परफेटी वैन मेल्ले लि., हिन्दुस्तान यूनिलीवर लि., पतंजलि आयुर्वेद लि. और रेकिट बेनकीसर लि. शामिल हैं।