उत्तरप्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को भव्य बनाने की तैयारी
राजधानी लखनऊ में 10 से 12 फरवरी के मध्य होने जा रही उत्तर प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है। योगी सरकार की तरफ से इस आयोजन को अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल के तौर पर पेश किया जाएगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन के माध्यम से 17 लाख करोड़ रुपए के निवेश जुटाने का लक्ष्य रखा है। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे, जबकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित होंगी। इसके अलावा प्रदेश सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्रियों को भी इस महाआयोजन के लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है।
तो केंद्र सरकार के मंत्रियों की इस आयोजन में बड़ी भूमिका रहने वाली है। कार्यक्रम की प्रस्तावित रूपरेखा के अनुसार पहले दिन भारत सरकार में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव, वुमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट मिनिस्टर स्मृति ईरानी, टूरिज्म मिनिस्टर जी किशन रेड्डी, एफपीआई मिनिस्टर पशुपति कुमार पारस, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एमएनआरई मिनिस्टर राजकुमार सिंह अलग-अलग सेशन में हिस्सा लेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रिटायर्ड एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया यूपी में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के संबंध में होने वाले सेशन का हिस्सा हो सकते हैं। तो वही 11 फरवरी को आयोजन के दूसरे दिन भी कई बड़े मंत्री और नेता मंच पर उपस्थित रह सकते हैं। इनमें टेक्सटाइल मिनिस्टर पीयूष गोयल, आयुष मिनिस्टर सर्बानंद सोणोवाल, डेयरी एंड एनीमल हसबैंड्री मिनिस्टर पुरुषोत्तम रुपाला, ट्रांसपोर्ट एंड रोडवेज मिनिस्टर नितिन जयराम गडकरी, हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया, सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मिनिस्टर ऑफ स्टेट राजीव चंद्रशेखर शामिल हैं। दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह समापन समारोह के मुख्य अतिथि हो सकते हैं। वो उत्तर प्रदेश में सुरक्षित व्यापार के संबंध में होने वाले सेशन को संबोधित कर सकते हैं।
तीसरा और अंतिम दिन सबसे महत्वपूर्ण होगा। इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अंतिम दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को समापन समारोह की मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किए जाने की योजना है। हालांकि, अभी इस पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है। पार्टनर कंट्रीज में सिंगापुर और नीदरलैंड्स के लिए पहले दिन सेशन तय किए गए हैं। वहीं, डेनमार्क और जापान के सेशन दूसरे दिन होंगे। यूके और मॉरीसस का सेशन तीसरे दिन आयोजित किया जाएगा। इनके नोडल डिपार्टमेंट की ओर से सेशन में इन्वेस्टर्स को संबोधित किया जाएगा साथ ही संबंधित देशों के एंबैस्डर, प्रतिनिधिमंडल इसमें उपस्थित रहेंगे।