उत्तराखंड की पावन चार धाम यात्रा में अब कपाट बंद होने की घड़ी आ रही है। केदार बद्री से पहले गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को सुबह 11:45 बजे अन्नकूट के बाद बंद कर दिया जाएगा. वहीँ यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के बाद 15 नवंबर को बंद होंगे. श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने बताया कि बदरीनाथ के कपाट बंद करने का फैसला दशहरे यानी 24 अक्टूबर के बाद लिया जाएगा. एक धार्मिक आयोजन कर मंदिर के कपाट बंद होने की घोषणा की जाएगी. गौरतलब है कि, इस साल अप्रैल में चार धाम यात्रा शुरू हुई थी. इस साल बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री उत्तराखंड पहुंचे हैं.
रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुले थे. चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुले थे. हालांकि, इस दौरान देश में गर्मी थी, लेकिन यहां रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी हो रही थी. इस वजह से तीर्थयात्रियों को परेशानी आई. तीर्थयात्रियों ने चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश पहुंचकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था. यहां मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान सहित अन्य राज्यों से तीर्थ यात्री ट्रांजिट कैंप आए और आवेदन दिए.
आपको बता दें, ग्याहरवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान के साथ 25 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर खोले गए. केदारनाथ में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की गई. रावल भीमाशंकर लिंग तथा पुजारी शिवलिंग एवं धर्माचार्यों ने ये पूजा अर्चना की. कपाट खुलते समय सेना के बैंड, भजन कीर्तन और जय श्री केदार के उदघोष से केदारनाथ धाम गूंज उठा था. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई थी.