Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है और वायु गुणवत्ता लगातार ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। साथ ही शहर में धुंध छाई हुई है। अगर आज की वायु गुणवत्ता की बात करें तो आज भी AQI ‘खराब’ श्रेणी में है। ऐसे हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत अब सभी सरकारी और प्राइवेट ऑफिस में 50% कर्मचारियों को कार्यालय में काम करना होगा और बाकी 50% वर्क फ्रॉम होम करेंगे। वहीं, अस्पताल, सार्वजनिक परिवहन, पानी और स्वच्छता जैसी आवश्यक सेवाओं को इससे छूट दी गई है।
इसके साथ ही कक्षा 1 से 5 तक के सभी स्कूल ऑनलाइन मोड पर चलेंगे, जबकि कक्षा 6 और उससे ऊपर की कक्षाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी। इसके अलावा, आउटडोर खेल-कूद भी बंद कर दिए गए हैं।
वही गैर-जरूरी निर्माण, ध्वंस, मिट्टी खोदाई, ट्रेंचिंग, पाइलिंग और ओपन-एयर रेडी-मिक्स कंक्रीट (RMC) प्लांट पूरी तरह बंद रहेंगे। हालांकि, सार्वजनिक परियोजनाओं जैसे रेलवे, मेट्रो, एयरपोर्ट, डिफेंस, सफाई और स्वास्थ्य सुविधाओं पर सख्त धूल नियंत्रण के साथ काम जारी रह सकता है।
साथ ही स्टोन क्रशर, खनन साइट्स और क्लीन-फ्यूल न चलने वाले हॉट मिक्स प्लांट बंद रहेंगे। कोयला या गैस आधारित प्रदूषणकारी उद्योगों पर भी रोक लगेगी, सिवाय आवश्यक सेवाओं के।
इसके अलावा वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, जिसमें दिल्ली और एनसीआर के जिलों (गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा) में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीज़ल चार-पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इंटर-स्टेट डीज़ल बसें दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकतीं; केवल इलेक्ट्रिक, CNG या BS-VI डीज़ल बसें अनुमत होंगी। ट्रक एंट्री पर भी सख्ती होगी, सिवाय आवश्यक वस्तुएँ (दूध, सब्ज़ी, फल) ले जाने वाले वाहनों के। BS-IV या पुराने डीज़ल मीडियम गुड्स वाहन दिल्ली में प्रतिबंधित रहेंगे।
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