राजधानी के सभी जिलों में फिर से कोरोना का ग्राफ बढ़ने लगा है. इसके साथ ही लोग कोरोना वायरस के नियमों और गाइडलाइन को लोग भूल गए हैं. क्योंकि बाजारों में अधिकतर लोगों के चेहरों से मास्क गायब होते नजर आ रहे है बीते 24 घंटे में कोरोना के 1501 सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई और 8 जिलों में 99 लोग में कोरोना वायरस पुष्टी कि गई। जिसमें सबसे अधिक 62 संक्रमण के मामले देहरादून से सामने आए हैं, जो चौकाने वाले आंकड़े हैं. चिकित्सकों ने भी लोगों से अपील की है कि यदि खांसी जुखाम बुखार जैसे लक्षण हों तो अपना निशुल्क आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट करा लेना चाहिए.
दून अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. केसी पंत के मुताबिक अस्पताल में पहुंच रहे सर्दी जुखाम बुखार के सभी मरीजों की कोरोना जांच कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रति लोग लापरवाह हो गए हैं और बचाव पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. ऐसे में लोग बीमारी को हल्के में लेने लगे हैं, जिससे मामले लगातार बढ़ रहे हैं. डॉक्टर केसी पंत के मुताबिक यदि जांच रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो साइकोलॉजिकल और फिजिकल ट्रॉमा के लक्षण 3 या 4 दिन में ठीक हो जाएंगे.
बदलते मौसम से लोगों की तबीयत खराब हो रही है विशेषज्ञ चिकित्सकों के माने तो पानी से संबंधित बीमारियां बारिश के मौसम में आम हो गई हैं. इससे इंफेक्शन डायरिया, उल्टी, टाइफाइड और पीलिया जैसे केस भी बढ़ रहे हैं. इसके अलावा बरसात में पानी रुकने से मलेरिया और डेंगू की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं. जिसके लिए लोगों को सचेत रहने की आवश्यकता है.