Bihar Election : बिहार में चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है। छठ पूजा के बाद प्रचार का शोर तेज हो गया है। रैलियां, सभाएं और अब वादों की बौछार शुरू हो चुकी है। महागठबंधन आज शाम पटना में अपना साझा घोषणा पत्र जारी करेगा, जिसे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ नाम दिया है। वे इसे जनता के विश्वास का मजबूत दस्तावेज बता रहे हैं। दूसरी तरफ, एनडीए 30 अक्टूबर को अपना घोषणा पत्र लॉन्च करेगा। चुनाव दो चरणों में होंगे – पहला 6 नवंबर, दूसरा 11 नवंबर को। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी। बिहार की जनता बदलाव के मूड में दिख रही है, और दोनों गठबंधन वोटरों को लुभाने के लिए जोर-शोर से वादे कर रहे हैं।
महागठबंधन का ‘तेजस्वी प्रण पत्र’
आज शाम 4:30 बजे पटना के एक बड़े होटल में महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। इसमें तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस, वाम दल, VIP और अन्य घटक दलों के नेता मौजूद रहेंगे। घोषणा पत्र में युवाओं, महिलाओं, किसानों, कानून-व्यवस्था और पलायन रोकने पर खास फोकस है। तेजस्वी ने कहा, “यह सिर्फ वादों की लिस्ट नहीं, बल्कि बिहार को नंबर-1 राज्य बनाने का पूरा प्लान है। अगले 5 साल में हम क्या करेंगे, इसका रोडमैप है।”
एनडीए का 30 अक्टूबर को घोषणा पत्र
एनडीए भी पीछे नहीं है। 30 अक्टूबर को पटना में नीतीश कुमार, अमित शाह और बीजेपी के बड़े नेता घोषणा पत्र जारी करेंगे। सूत्रों के अनुसार, इसमें महिलाओं और युवाओं से संबंधित कई वादे किए जा सकते हैं।
27 बागी नेताओं को पार्टी से निकाला
घोषणा पत्र से एक दिन पहले सोमवार को तेजस्वी ने अपनी पार्टी में बड़ा फेरबदल किया। 27 नेताओं को महागठबंधन उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय नामांकन दाखिल करने पर पार्टी से बाहर कर दिया। तेजस्वी ने कहा, ‘जो पार्टी की लाइन से हटेंगे, उन्हें जगह नहीं। अनुशासन जरूरी है।’ सूत्र बता रहे हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोई अल्पसंख्यक नेता को उप-मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा भी हो सकती है।
कल मुजफ्फरपुर-दरभंगा में संयुक्त रैली
महागठबंधन ने प्रचार में और तेजी ला दी है। कल 29 अक्टूबर को राहुल गांधी बिहार आएंगे। मुजफ्फरपुर और दरभंगा में तेजस्वी के साथ संयुक्त जनसभाएं करेंगे। यह राहुल और प्रियंका गांधी शमिल होंगे। INDIA ब्लॉक की यह जोड़ी युवाओं और महिलाओं को आकर्षित करने की रणनीति है।
वादे vs काम, जनता फैसला करेगी
ये घोषणा पत्र वोटरों को रिझाने के हथियार जरूर होंगे, लेकिन असली सवाल है – कौन कितना पूरा करेगा? तेजस्वी का युवा जोश और रोजगार का वादा महागठबंधन को ताकत दे रहा है, जबकि नीतीश का अनुभव और विकास का ट्रैक रिकॉर्ड एनडीए का मजबूत आधार है। बेरोजगारी, पलायन, महिला सुरक्षा और शिक्षा मुख्य मुद्दे हैं। 243 सीटों पर 14 नवंबर को रिजल्ट आएगा। चुनाव आयोग ने धनबल, बाहुबल पर सख्ती के निर्देश दिए हैं। बिहार की जनता तय करेगी कि बदलाव चाहिए या स्थिरता। यह चुनाव बिहार के आने वाले दशक की दिशा तय करेगा।
