बालिकाओं की शादी की उम्र 21 वर्ष सुनिश्चित करने के लिए महिला संगठनों, विचारकों और समाजसेवियों ने लगातार अपनी आवाज उठाई है, और उनके द्वारा किए गए इस प्रयास को केंद्र सरकार ने मंजूरी देते हुए, बालिकाओं की शादी की उम्र 21 वर्ष घोषित कर दी है। बालिकाओं की ओर बढ़ा यह सहारनीय कदम देश के भविष्य को उज्जवल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
केंद्र के इस निर्णय से विभिन्न संस्थानों की महिलाओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया गया, साथ ही भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को धन्यवाद पत्र भेंट किया गया। बालिकाओं की ओर बढ़े इस कदम से भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बालिकाओं के विवाह की उम्र 21 वर्ष करने के इस निर्णय से न केवल बालिकाओं का स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि उन्हें उच्च शिक्षा को पाने तथा रोजगार की दृष्टि से स्वयं को बेहतर बनाने का अच्छा अवसर प्रदान होगा।
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राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं के मिशन को साकार कर दिखाया, साथ ही कहा कि बालिकाओं की शादी की उम्र के इस फैसले और लड़कों के बराबर ही लड़कियों को हक देने वाले केंद्र ने महिला सशक्तिकरण को ऐतिहासिक बना दिया है।
सिमरन बिंजोला