उत्तराखंड

CBI को DAV कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश, करोड़ों के घपले से जुड़ा मामला

CBI को DAV कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश, करोड़ों के घपले से जुड़ा मामला देहरादून : सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में कर्मचारी रखने के नाम पर हुए करोड़ों के घपले की जांच दून तक पहुंच गई है। इस मामले में सीबीआई को डीएवी पीजी कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश है। सीबीआई ने कॉलेज के प्राचसोलर एनर्जी कापर्पोरेशन ऑफ इंडिया में कर्मचारी रखने के नाम पर हुए करोड़ों के घपले की जांच दून तक पहुंच गई है। इस मामले में सीबीआई को डीएवी पीजी कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश है सीबीआई ने कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भेजकर इन छात्रों के दस्तावेज और उनके बारे में जानकारी मांगी है।सीबीआई के पत्र से कॉलेज में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही सीबीआई जांच को दून आ सकती है। सीबीआई दिल्ली ने 2021 में सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में कांट्रेक्ट पर फर्जी तरीके से कर्मचारी रखने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें सामने आया था कि एक निजी कंपनी को 30 से 40 कांट्रेक्ट के कर्मचारी की सप्लाई के बदले एक करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। जबकि ये कर्मचारी केवल कागजों में रखे गए थे। असल में कोई कर्मचारी रखा ही नहीं था। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को जांच में पता चला कि इनमें से 14 कर्मचारी डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून के छात्र थे। जिनके दस्तावेज वहां लगाए गए थे। इसके बाद अब सीबीआई ने इन 14 छात्रों की तलाश शुरू कर दी है। सीबीआई की ओर से कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके सिंह को पत्र भेजकर इन छात्रों से जुड़े शैक्षिणक व अन्य दस्तावजे मांगे हैं। साथ ही इनके बारे में जानकारी भी मांगी है। सीबीआई के इस पत्र से कॉलेज में हड़कंप मच गया है। कॉलेज स्तर से भी इस मामले की पड़ताल शुरू हो गई है। सूत्रों का कहना है जल्द ही सीबीआई इस मामले में जांच के लिए कॉलेज आ सकती है।इस बात की भी जांच शुरू हो गई है कि ये कालेज के छात्र थे या केवल उनके दस्तावेज फर्जीवाड़े के लिए इस्तेमाल किए गए। इस मामले में सीबीआई ने नोएडा की एक कंपनी, सोलर एनर्जी कार्पोरेशन के अधिकारी और कुछ निजी लोगों के खिलाफ केस किया है। जिसमें इन 14 छात्रों का भी नाम है। मेरे पास सीबीआई का पत्र आया है। जिसमें 14 छात्रों के बारे में जानकारी दी गई है। पूछा गया है कि ये छात्र डीएवी कॉलेज के हैं या नहीं। इसको वेरिफाई करवाया जा रहा है। वेरिफाई होने तक कहा नहीं जा सकता कि ये छात्र डीएवी के ही हैं या नहीं। -डॉ. एसके सिंह, प्राचार्य डीएवी पीजी कॉलेज

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