कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देने के संकेंत दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आज कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में लगाए गए प्रतिबंध वीकेंड और नाइट कर्फ्यू को हटाने के लिए 21 जनवरी को विशेषज्ञों से सलाह करने के बाद फैसला लिया जाएगा उन्होंने कहा कि देश में तीसरी लहर के दौरान लोगों को कोविड से खासतौर पर बुखार और खांसी हो रही है। इसके साथ ही तीसरी लहर के दौरान लोग अस्पताल में भर्ती हुए बिना ही घर पर ही ठीक हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आगे कहा कि इसके चलते लोग कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन करके अपना दैनिक व्यवसाय कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की समिति को लोगों की भावनाओं से अवगत करवाया गया है। समिति को लोगों की मांग पर गौर करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही समिति राज्य में कोविड की स्थिती की जायजा ले रही है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की बैठक में राज्य की पूरी तस्वीर सामने आएगी। विशेषज्ञों की सलाह को ध्यान में रखते हुए ही आगे का फैसला लिया जाएगा। हालांकि कोविड की बढ़ती संख्या से अस्पतालों पर भी कोई भार नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने अस्पतालों को ओपीडी में आने वाले मरीजों के इलाज पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं।
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कांग्रेस के बयान पर सीएम ने दी प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस की ओर से लगाए आरोपों पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें कांग्रेस ने कहा था कि कोविड दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर बीजेपी नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्य सचिव पी. रविकुमार को कोविड दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के लिए भाजपा नेताओं सहित सभी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने आज मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि वीकेंड कर्फ्यू को हटाने के मुद्दे पर भी यही राय व्यक्त की।
आरती राणा