देहरादून : ज्वैलरी शॉप में डकैती, पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग
देहरादून : रिलायंस ज्वैलरी शॉप लूट मामले में पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग, टीम को किया आगरा रवाना
देहरादून: नगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत 9 नवंबर को राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शॉप लूट के मामले में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं. आरोपियों ने कई महीनों पहले लूट की प्लानिंग की थी और घटना को अंजाम देने के लिए यमुना एक्सप्रेस आगरा से जून महीने में कार लूटी गई थी. पुलिस ने आरोपियों को धरपकड़ के लिए विभिन्न टीमें रवाना की गई हैं.
बता दें कि 9 नवंबर 2023 को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर जहां एक तरफ महामहिम राष्ट्रपति की सुरक्षा में पूरा पुलिस महकमा जुटा हुआ था, वहीं दूसरी ओर इसी बात का फायदा उठाकर बिहार के कुख्यात गिरोह ने देहरादून शहर के राजपुर रोड स्थित रिलायंस गोल्ड शोरूम में धावा बोल दिया. दिन दहाड़े बंदूक के बल पर पांच बदमाशों ने करीब 20 करोड़ रुपए की ज्वैलरी लूट ली.
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के इतिहास में ये सबसे बड़ी लूट-डकैती की घटना हैं.जानकारी के अनुसार आम दिनों की तरह जैसे ही गुरुवार सुबह लगभग 10:30 के बीच जब रिलायंस का शोरूम खुला,तभी इसी बीच ग्राहक बनकर चार अज्ञात लोग शोरूम में घुसे और एक बदमाश बाहर पहरा देने रुक गया.
बताया गया कि इसके बाद शोरूम में घुसे बदमाशों ने बंदूक दिखाकर करीब 11 कर्मियों को अंदर ही बंधक बनाकर करोड़ों के जेवरात लूट लिए. घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए. साथ ही घटना के बाद पुलिस ने नाकाबंदी कर सघन चेकिंग की. इस दौरान लूट करने वाले बदमाश अपनी दो मोटरसाइकिल और एक कार रास्ते में छोड़कर भाग निकले. पुलिस ने बरामद वाहनों को कब्जे में लेकर कार्रवाई को आगे बढ़ाया.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया है कि राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शो रूम में हुई घटना में पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयोग की गई अर्टिगा कार को सेलाकुई थाना क्षेत्र से बरामद किया गया था. कार का फॉरेंसिक परीक्षण किया गया तो आरोपियों ने सबूत मिटाने के उद्देश्य से कार का चेसिस नंबर घिस दिया था.
पुलिस ने फॉरेंसिक की सहायता से कार से महत्वपूर्ण सबूत एकत्रित किए हैं, जिसके आधार पर कार को दो व्यक्तियों द्वारा जून महीने में दिल्ली से आगरा के लिए बुक किया गया था. जिनके द्वारा आगरा जनपद के कन्दोली थाना क्षेत्र में चालक को बंधक बनाकर कार को लूट लिया गया था. जिसके संबंध में 10 जून को आगरा में लूट का मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. जांच से पुलिस टीम को आरोपियों के बारे में महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं और विशेष टीम को आगरा रवाना किया गया है.