चीन और उत्तराखंड के बीच कुमाऊं मंडल में पिथौरागढ़ जिले से लगती हुई सीमा से संपर्क भंग हो गये है। सामाजिक महत्व द्वारा दारमा मार्ग विगत छह माह में मात्र 25 दिनों तक ही खुला रहा। जिला प्रशासन की लगातार चेतावनी के बाद भी केंद्रिय लोक निर्माण विभाग इसको खोलने में असफल साबित हुआ। ऐसे में मार्ग बंद होने से उच्च हिमालय में स्थित सैन्य ओर अद्रधसैनिक बलों की चौकियो तक खाघ आपूर्ति के साथ ग्रामीणों का माइग्रेशन प्रभावित हुआ है।
चीन सीमा से लगे उच्च हिमालयी 13 गांवो के ग्रामीणों ने अपने शीतकालीन माइग्रेशन के दौरान बिना सामान के वहा को लौटे मार्ग बंद होने पर दारमा में हिमपात के बाद शासन ने ग्रामीणों के एयरलिफ्ट कर धारचूला पहुंचाया। इस दौरान ग्रामीण अपना सामान तक नही ला सकें। पशु भी खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।
शिवानी चौधरी