गंगा विलास क्रूज सोमवार तक काशी पहुंचने की उम्मीद
घने कोहरे की वजह गंगा विलास क्रूज 17वें दिन भी वाराणसी की सीमा में प्रवेश नहीं कर सका।अब क्रूज के सोमवार तक काशी पहुंचने की उम्मीद है। पर्यटकों के स्वागत की भव्य तैयारी की गई है।
क्रूज से गाजीपुर तक आए कुछ स्विस पर्यटक रविवार को सड़क मार्ग से वाराणसी आ गए। इन पर्यटकों का कैंटोनमेट स्थित होटल में शहनाई बजाकर किया गया। देरशाम पर्यटकों ने दशाश्वमेध घाट जाकर गंगा आरती भी देखी। सारनाथ स्थित धमेख स्तूप और संग्रहालय का भ्रमण किया।
कोहरे ने क्रूज की रफ्तार और धीमी कर दी है।अब सोमवार तक क्रूज के वाराणसी आने की उम्मीद है। क्रूज 13 जनवरी तक काशी में रहेगा। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल ही हरी झंडी दिखाकर क्रूज को रवाना करेगा। यह क्रूज काशी से चलकर एक मार्च को डिब्रूगढ़ पहुंचेगा।
कोलकाता और वाराणसी के बीच आठ क्रूज का संचालन होता है। जलमार्ग संख्या-1 पर क्रूज सेवा नदी परिवहन के क्षेत्र में बड़ा कदम है। नदी पर्यटन की दुनिया में नए युग की शुरूआत है। इससे न सिर्फ नदी पर्यटन, बल्कि कार्गो से व्यावसायिक गतिविधियां तेज होंगी। यह लग्जरी क्रूज भारत और बांग्लादेश के पांच राज्यों में 27 नदी प्रणालियों में 3200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगा। इस दौरान 50 पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया जा सकेगा। क्रूज अपनी दूरी 52 दिनों में तय करेगा