हाल ही में कर्नाटक लगातार हो रही भारी बारिश की मार झेल रहा है, इसके कारण राज्य को बहुत क्षति पहुंची है। राज्य में वर्षा के कारण अधिकांश सड़के पानी से भरी है, अभी तक 24 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। भारी बारिश से 5 हेक्टेयर से अधिक भूमि की फसल खराब हो चुकी है, सरकार के अनुसार 658 घर पूर्णतः नष्ट हो चुके हैं, 8495 घर आंशिक रुप से नष्ट हुए, 119 मवेशियों के बहने के कारण भी नुकसान हुआ है। सरकार राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुए नुकसान का आंकलन कर रही है।
आइएमडी ने ट्वीट कर कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराई में 5 दिनों के दौरान वर्षा होने की चेतावनी जारी की है, तमिलनाडु व पुडुचेरी में 24 और 25 नवंबर को बहुत अधिक वर्षा होने की संभावना बताई है।
राज्य में मची इस तबाही का मुआइना करने रविवार को सीएम बसराव बोम्मई ने बरिश प्रभावित क्षेत्र में दौरे के समय पीड़ित परिवारों को राहत प्रदान करने के आदेश दिए, उन्होंने कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले में किसानों को मुआवजा देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने फसल नुकसान का सर्वेक्षण करने के आदेश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।
किसानो को राज्य सरकार देगी हर्जाना
सीएम बोम्मई ने मुआवजे के लिए एनडीआरएफ फंड के माध्यम से 689 करोड़ रुपयों और जरुरत के समय इससे अधिक धनराशि, जिला कलेक्टरो के पास उपलब्ध कराने का फैसला किया है। उन्होंने 79000 कृषियों की खराब फसल के भुगतान के लिए 79 करोड़ रुपये जारी करने के आदेश दिये। सरकार ने 130 करोड़ रुपयों का हर्जाना अगस्त और सितंबर में हुई बारिश में 3.43 लाख हेक्टेयर में फसल के खराब होने से 1.5 लाख प्रभावित किसानों के लिए जारी किया। बेघर हुए लोगों को शीघ्र ही 1 लाख रुपये की बचाव की पहली किस्त दी जाएगी।
सीएम ने रहता कार्य के लिए बुलवाई बैठक
बता दें की इस प्राकृतिक आपदा से बेंगलुरु शहर, बेंगलुरु ग्रामीण, तुमकुरु, कोलार, चिक्काबल्लापुर, रामनगर, हासन जिले में बहुत हानि हुई है। लगभग 2203 किमी तक सड़के टूटी हैं जिनमें 163 पुल भी हैं, 1225 स्कूलों तथा 39 जन स्वास्थ्य केंद्रों को भी हताहत पहुंचा है। इसी के चलते राज्य में हुई हानि का परिक्षण करने के लिए सीएम ने अपने गृह कार्यालय कृष्णा में की गई बैठक में सड़के ठीक करने के निर्देश दिए।
अंजली सजवाण