उत्तराखंड में पर्यटन की बढ़ोत्तरी के लिए होम स्टे योजना का प्रारंभ किया जा रहा है। जिसमें लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। इस योजना के अंतर्गत होम स्टे को श्रेणियों में विभाजित किया गया हैं, जिसमें डायमंड ,गोल्ड औऱ सिल्वर हैं। इनमें डायमंड औऱ गोल्ड में रहने की अछ् सुविधाएं होंगी जैसे – पार्किंग, इंटरनेट कनेक्टिविटी आदि सुविधाएं होंगी। शहरों में पार्किंग व इंटरनेट की सुविधा होम स्टे में अनिवार्य हैं, जबकि गांवों में यह इछ्छानुसार होगी। ठीक इसी तरह सिल्वर श्रेणी में भी होम स्टे का निर्धारण किया जाएगा। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा आजकल राज्य में सर्वे का काम कराया जा रहा है। साथ ही साथ होम स्टे में रहने आए पर्यटकों से भी सुविधाओं को लेकर बात की जाएगी।
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देश में अब तक पांच हजार होम स्टे लक्ष्य के सामने 3685 स्टे तैयार हो गए हैं, जिसमें यात्रा करने वाले रास्तों के साथ ही विभिन्न जगहों पर पर्यटकों के लिए सुविधाएं है। होम स्टे योजना के अंतर्गत मालिकों द्वारा कुछ शर्ते पर्यटकों के सम्मुख रखी है। शर्ते यह है कि होम स्टे का जो मालिक है उसे बदला नहीं जाएगा मालिक वहीं रहेगा और पर्यटक पेइंग गेस्ट। साथ ही खाने-पीने में पारंपरिक पकवानों को प्राथमिकता दी जाएगी, और अपनी लोक संस्कृति से सभी को परिचित कराया जाएगा। जहां होम स्टे तैयार हो चुके हैं वहां के बेहतर नतीजे सामने आए है। लोगों की भीड़ उत्तराखंड आ रही है औऱ रह रहे है। कोरोना के चलते तो देवलसारी, उत्तरकाशी आदि जगहों पर होम स्टे में लोगों को काम के अवसर भी प्राप्त हुए हैं।
ऑनलाइन होगा होम स्टे
अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद ने कहा कि श्रेणीकरण के मद्देनजर जनचेतना एजुकेशन सोसायटी को होम स्टे की जिम्मेदारी दी है। वह 586 सौ होम स्टे का सर्वेक्षण कर चुकी है और दिसंबर तक पूरा सर्वे कर लेंगी। इसके बाद यूटीडीबी तीनों स्टे को ऑनलाइन रुप से जारी कर देगी। जिससे पर्यटक अपनी इछ्छानुसार सुविधाओं को देखकर बुकिंग करा सकते है।
सिमरन बिंजोला