श्री काशी विश्वनाथ धाम के जनसमर्पण में पुजारी के सूतक होने के बाद भी पूजा करवाने की बात सामने आई है। इस मामले में पुजारी के खिलाफ शिकायत कि तहक़ीक़ात प्रारंभ कर दी गई है।
इस वर्ष 13 दिसंबर को भव्य रूप से बने काशी विश्वनाथ धाम का पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा संपूर्ण विधि-विधान से जनसमर्पण किया गया था। पूर्व न्यासी प्रदीप बजाज ने पीएम मोदी को पत्र लिख था कि 5 दिसंबर को श्रीकांत मिश्र के भतीजे की रोड़ एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी किंतु उन्होंने सूतक होने कि बात अधिकारियों से छुपाकर जन समर्पण की पूजा करवाई थी।
पुजारी के खिलाफ शिकायत आने के बाद धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने इस मामले में पूरी जानकारी कि रिपोर्ट मांगी है साथ ही उनका कहना था कि धर्म और आस्था से संबंधित हर मामले उनके लिए अति आवश्यक है। मंदिर प्रशासन ने भी पुजारी के खिलाफ छानबीन प्रारंभ कर दी है।
यह भी पढ़ें-पूर्व CM हरीश रावत 28 दिसंबर को उत्तराखंडियत अभियान का करेंगे शुभारंभ
जानकारी के अनुसार घटना के बारे में जांच रिपोर्ट के बेस पर पुजारी श्रीकांत मिश्र एक्शन लिया जाएगा। काशी के धर्म गुरुओं ने पुजारी द्वारा किए गए काम को गलत बताया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि पुजारी के खिलाफ छानबीन प्रारंभ कर गई है साथ ही रिपोर्ट आने के बाद जो भी उचित एक्शन लिया जाएगा।
अंजली सजवाण