Liquor shops will remain closed today, Doon Hospital on alert
देहरादून: होली के त्यौहार पर जनपद की सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी. इसको लेकर देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका ने जिले की सभी देशी विदेशी शराब, बीयर की दुकानों के विक्रेताओं को निर्देशित किया है. डीएम के आदेश के अनुसार आज 8 मार्च को होली के अवसर पर आबकारी अधिनियम नियमावली 2001 के अनुसार शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शाम 5:00 बजे तक सभी शराब की दुकानें बंद रखी जायें.
बंदी के दौरान अनुज्ञापियों को कोई प्रतिफल नहीं दिया जाएगा. इसके अलावा देहरादून की जिलाधिकारी ने होली के दिन सभी पुलिस अधिकारियों को अवैध रूप से होने वाली शराब की बिक्री पर रोक लगाने को भी कहा है. इसके अलावा डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी देहरादून और सभी आबकारी निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्रों में आदेशों का कड़ाई से पालन करने को कहा है.
दून अस्पताल की इमरजेंसी अलर्ट मोड पर: होली के त्यौहार को देखते हुए दून अस्पताल की इमरजेंसी को अलर्ट मोड पर रखा हुआ है. होली को लेकर अस्पताल की इमरजेंसी में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. होली पर हुड़दंगबाजी, नशे की हालत में होने वाली सड़क दुर्घटना, फूड प्वाइजनिंग, सिंथेटिक रंगों के कारण आंखों और त्वचा में होने वाले दुष्प्रभाव के मामलों को देखते हुए अस्पताल के सभी चिकित्सकों को अलर्ट रहने को कहा गया है. बीते साल होली के त्यौहार में अस्पताल के आपातकालीन विभाग में आये डेढ़ सौ से 200 केसेज दून अस्पताल को 6 घंटे के अंदर हैंडल करना पड़ा था. इसलिए अस्पताल ने इस बार होली से पहले ही अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
अस्पताल की इमरजेंसी में फिजिशियन की टीम तैनात की गई है, जो प्वाइजनस इंटेक्स के मरीजों का समय पर इलाज कर पाएगी. होली के दिन अस्पताल प्रबंधन ने ऑन कॉल की बजाए इमरजेंसी में तैनात रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि चिकित्सकों को रिएक्शन टाइम के समय आने जाने में कोई असुविधा ना हो. इसके अलावा आई सर्जन की ओटी इमरजेंसी में तैनाती की गई है.
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर युसूफ रिजवी का कहना है कि होली को देखते हुए आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए ओटी की डेडीकेटेड टीम को भी सजग रहने को कहा गया है. इमरजेंसी की दशा में पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे, सीटी स्कैन और एमआरआई को भी फंक्शनल रखने को कहा गया है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि होली त्यौहार है, हम अपनी तरफ से कोई कोताही ना बरतें और पूरी तरह से सजग रहें. इस त्यौहार को प्रेम, खुशी और सौहार्द के साथ मनाएं.
दरअसल होली के त्यौहार में लोग अल्कोहल या अन्य नशीले पदार्थों का प्रयोग करते हैं. कुछ लोग कभी-कभी अपनी सीमाएं भी लांघ देते हैं. जब भी इस तरह की सीमाओं का उल्लंघन किया जाता है तो कुछ हद तक शरीर को भी इसका खामियाजा चोटों, दुर्घटनाओं के रूप में भुगतना पड़ता है. ऐसे में होली खेलने के दौरान हुड़दंग और हादसों में घायल लोगों को समय पर उपचार दिए जाने की दिशा में दून अस्पताल ने अपनी तैयारी की है. सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.