मेघालय में कांग्रेस पार्टी के 12 विधायक टीएमसी में शामिल होने से कांग्रेस को झटका लगा है। इस पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इस बात का ठीकरा चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर फोड़ते हुए कहा कि यह सब प्रशांत किशोर और टीएमसी के नेता लुइज़िन्हो फलेरियो कर रहें है।
बता दें की बुधवार को ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी)ने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस के 18 में से 12 विधायकों टीएमसी से जुड़ चुके हैं। यह बात ममता बनर्जी के पीएम मोदी से मुलाकात के कुछ घंटों बाद ही सामने आई है।
कांग्रेस को खंडित करने की साज़िश
कांग्रेस सांसद का कहना है कि, कांग्रेस को खंडित करने की साज़िश मेघालय के अलावा संपूर्ण पूर्वोत्तर में की जा रही है। उन्होनें सीएम ममता बनर्जी को चुनौती दी की वह पहले उन विधायकों को टीएमसी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़वाएं और औपचारिक ढ़ंग से अपनी पार्टी में स्वागत करें।
जानकारी के अनुसार अधीर रंजन ने कहा कि, अगर ममता बनर्जी अभी सोनिया गांधी से मिलती हैं तो पीएम मोदी नाराज हो जाएंगे। उनके अनुसार ईडी द्वारा ममता के भतीजे को समन भेजने के बाद से ही उनकी हरकतों में बदलाव आया है क्योंकि इससे पूर्व उन्होनें सोनिया गांधी को पत्र बेजकर बीजेपी के खिलाफ मिलकर लड़ने की बात कही थी।
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टीएमसी बनी है मुख्य विपक्षी पार्टी
कांग्रेस छोड़ने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा का नाम भी है। इसके साथ ही टीएमसी के वरिष्ठ नेता के अनुसार मेघालय में इस कदम के बाद अब टीएमसी मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है। सभी ने शिलॉन्ग में पार्टी की सदस्यता ली है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बारे में पूछने पर बनर्जी का कहना था कि इसकी कोई योजना नहीं है क्योंकि वह पंजाब चुनाव में व्यस्त हैं। उन्होनें आगे कहा कि हर बार सोनिया से क्यों मिलना चाहिए यह कानूनी तौर पर जरुरी नहीं है। उनकी बात उनकी पार्टी के फैलाव की स्पर्धा के मध्य आई।
अंजली सजवाण