हिमाचल प्रदेश में बंदर वर्मिन नहीं होंगे घोषित,हर चार साल में गणना।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में अब उत्पाती बंदर वर्मिन घोषित नहीं होंगे। हर महीने बंदरों के हमले और काटने के सैकड़ों मामले सामने आने के बावजूद प्रदेश वन्यजीव विभाग अब केंद्र से इन्हें वर्मिन घोषित करने के लिए प्रस्ताव नहीं भेजेगा।
तो विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्मिन घोषित होने के बाद साल 2019 तक प्रदेश में सिर्फ पांच बंदर ही मारे गए हैं।ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कई जगह मरे हुए बंदर भी मिले हैं, लेकिन इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है।
तो वही अब विभाग ने हर चार साल में गणना करने का फैसला लिया है। इनमें देखा जाएगा कि बंदरों की संख्या में कितनी कमी आई है। इनके व्यवहार पर भी सर्वे होगा। अब अगले साल 2023 में बंदरों का सर्वे करवाया जा रहा है। इसके बाद साल 2027 में सर्वे होगा। पिछला सर्वे 2019 में हुआ था। इससे पहले 2015 में भी सर्वे करवाया गया था।