CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत अन्य सैन्य अधिकारियों का आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया था। देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत व मधुलिका रावत की अस्थियां लेकर आज दिल्ली से सुबह 6 बजे सेना का विशेष विमान जौलीग्रांट के लिए रवाना हुआ। जौलीग्रांट हवाई अड्डे से सड़क मार्ग से अस्थियां सम्मान के साथ आज हरिद्वार लाई जाएंगी। आज वीआईपी घाट पर सुबह दस बजे जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।
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हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी और महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी ने कहा, कि अखाड़े और संत समाज मिलकर जनरल बिपिन रावत की स्मृति में भव्य शहीद धाम बनाएंगे जो उत्तराखंड का पांचवां धाम बनेगा। उत्तराखंड के चारों पवित्र धामों की यात्रा के साथ इस धाम के दर्शन के लिए भी यात्री आएंगे श्रीमहंत का कहना है कि इस दुख की घड़ी में पूरा संत समाज एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद दिवंगत शहीदों के परिजनों एवं राष्ट्र के साथ दृढ़ता से खड़ा है श्रीमहंत का यह भी कहना है कि अमर शहीद जनरल बिपिन रावत उत्तराखंड के अनमोल रत्न थे जिन्होंने अपनी चमक से पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है।
शिवानी चौधरी