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उत्तराखण्ड: ये हैं देश के पहले दो “अंतर्राष्ट्रीय स्तर” के रेलवे स्टेशन..

Uttarakhand: These are the country’s first two “international level” railway stations. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश किये गये बजट में उत्तराखंड में रेल सुविधाओं के विकास के लिये 5004 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जिसके लिये मुख़्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया है। देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा ,”सर्वस्पर्शी, सर्वहितकारी बजट में वंचित वर्गों और मध्यम वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है, बजट में किए गये विभिन्न प्रावधानों और योजनाओं से उत्तराखण्ड की उन्नति को भी गति मिलेगी” क्या कहा उत्तराखंड में रेल सुविधाओं को मिली 5004 करोड़ धनराशि पर उत्तराखंड में रेल सुविधाओ के विकास के लिए केंद्रीय बजट में 5004 करोड़ रूपये का प्रावधान किए जाने के लिए प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन जी का विशेष धन्यवाद और आभार. इससे निसंदेह राज्य में रेल सुविधाओं का विस्तार होगा. यात्री सुविधाओं में वृद्धि होगी।प्रदेश में 11 प्रमुख रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा. देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप भी दिया जाएगा. रेल सुविधाओ को लेकर किए गए प्रावधानों से यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। “वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना” राज्य के स्थानीय उत्पादों को भी प्रोत्साहन मिलेगा. पहले जानते हैं क्या है “वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना” ? एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत देश के रेलवे स्टेशनों पर उस जगह के खास उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए जाएंगे ऐसे में यात्री जिस रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे. वह वहां के खास उत्पाद को जान और आसानी से खरीद सकेंगे जिससे उस स्टेशन के आसपास के स्थानीय उत्पाद को एक नई पहचान और रोजगार मिल सकेगा. उत्तराखंड के ये दो रेलवे स्टेशन बनेंगें “वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से युक्त” देश के बजट में उत्तराखंड में रेल सुविधाओं के विकास के लिए 5004 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है. इस धनराशि से जहां प्रदेश के प्रमुख 11 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा वही देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशन को इंटरनेशनल लेवल पर विकसित किया जाएगा. गौरतलब है कि हिंदू मान्यताओं के अनुसार होने वाले प्रमुख स्नान व अर्ध कुंभ और महाकुंभ जैसे बड़े और विशेष अवसरों पर धर्म नगरी हरिद्वार के रेलवे स्टेशन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में हरिद्वार रेलवे स्टेशन को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाए जाने पर देश विदेश के टूरिस्ट और श्रद्धालुओं के लिए भारत सरकार की एक बड़ी सौगात हो सकती है. इसी प्रकार उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का रेलवे स्टेशन अपने आप में उत्तर भारत का एक टर्मिनल है यहां से टूरिस्ट विभिन्न पर्यटक स्थलों का रुख करते हैं. ऐसे में इसे विश्व स्तरीय रूप देना उत्तराखंड के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार कितने समय में और कितने व्यापक स्तर पर इस कार्य को अंजाम देती है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार भारतीय रेलवे के कायाकल्प को लेकर प्रतिबद्ध है भारतीय रेलवे अपने सुविधाओं को बेहतर से बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. जहां एक और सुविधा युक्त ट्रेन का संचालन किया जा रहा है.वही अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऐसे रेलवे स्टेशन बनाए जा रहे हैं जो एयरपोर्ट की टक्कर के हो. भारतीय रेलवे के द्वारा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हबीबगंज जिसका नाम बदलकर “रानी कमलापति रेलवे स्टेशन” हो गया है और गुजरात के गांधीनगर रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का फैसला लिया गया था. इन रेलवे स्टेशन पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं दी गयी हैं इन पहली दो रेलवे स्टेशन में कैफेटेरिया ,लग्जरी वेटिंग लाउंज, मॉडर्न साफ-सुथरे टॉयलेट ,अंतरराष्ट्रीय स्तर का आंतरिक हिस्सा ,गेमिंग जोन, म्यूजियम आदि की सुविधा के साथ ही स्टेशन के बाहर की तरफ लग्जरी होटल, हॉस्पिटल ,स्पा और कन्वेंशन सेंटर इत्यादि के सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है. यात्रियों को प्रवेश के लिए असुविधा ना हो इसके लिए कंजेशन फ्री नॉन कनफ्लिक्टिंग एंट्री की सुविधा दी गई है आसानी से उपयोग करने के लिए इंटरनेशनल फाइनेंस दिए गए हैं इसके साथ ही तमाम तरह की अन्य सुविधाएं भी इन रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध कराई गई है.

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