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उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर से मचा बवाल, जनता के आक्रोश से ऊर्जा निगम का हाल-बेहाल
उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर एक नई समस्या बन चुका है, जहां एक ओर राज्य में ऊर्जा निगम तेजी से इस कार्य को संपन्न कर रहा है तो वहीं बीते रविवार को पौड़ी जनपद में स्मार्ट मीटर लगाने गई ऊर्जा निगम की टीम को ही लोगों ने दुर्व्यवहार करके बंधक बना लिया जिसके बाद पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद टीम को स्थानियों की गिरफ्त से मुक्त कराया।
जनता के आक्रोश से ऊर्जा निगम का हाल-बेहाल
उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर ऊर्जा निगम अपनी पूरी ताकत के साथ तेजी से काम कर रहा है, उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर इस समय लोगों के बीच में आक्रोश का मुद्दा भी बना हुआ है, जिसे लेकर राज्य सरकार भी काफी बार इसका औचित्य भी स्पष्ट कर चुकी है। इसी क्रम में बीते रविवार को जब ऊर्जा विभाग की टीम स्मार्ट मीटर लगाने पौड़ी जिले के कोटद्वार स्थित आमपडाव मोहल्ले पंहुची तो मोहल्ले के लोगों ने वहां स्मार्ट मीटर लगाने का जमकर विरोध किया। वहीं स्मार्ट मीटर लगाने पंहुची टीम ने बताया कि जैसे ही वे मोहल्ले में पंहुचे तो वहां के स्थानीय निवासी शुभम गौड़ वसीम, मो. सुहैल, अनिरुद्ध कुमार सहित अन्य लोगों ने उनके साथ बदसलूकी और गाली-गलौज करी, सिर्फ इतना ही नहीं स्थानियों ने उन्हें बंधक भी बना लिया। अपने कर्मियों को बंधक बनाए जाने की सूचना मिलते ही ही ऊर्जा निगम कोटद्वार खंड के अवर अभियंता सचिन कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने मोहल्ले में आकर लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने कर्मियों को नहीं छोड़ा। इसके बाद मौके पर पुलिस की टीम भी पंहुच गई जिसने बामशक्कत स्थानियों के कब्जे से कर्मियों को मुक्त कराया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित मामले में दो आरोपियों के खिलाफ FIR भी दर्ज करी है, तो वहीं क्षेत्रीय पार्षद के पति आशाराम को गिरफ्तार किया गया है।पहले भी हो चुका है विरोध
उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर एक नया विरोध का मुद्दा बनकर उभरे हैं यह बात जगजाहिर है, वहीं स्मार्ट मीटर के विरोध में ऊर्जा निगम की टीम को बंधक बनाया जाना यह विरोध का कोई पहला मामला नहीं है बल्कि, इससे पहले भी कई क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर का विरोध किया जा रहा है। कई क्षेत्रों में तो लोगों ने लगे हुए स्मार्ट मीटर को ही घर से उखाड़ कर सड़कों पर फेंक दिया और कहा कि स्मार्ट मीटर लगने से प्रशासन द्वारा मनमानी रकम वसूली जाएगी। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने से लोगों को अधिक बिल का भुगतान करने से राहत मिलेगी।लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)