चारधाम और आदि कैलास यात्रा के लिए बड़ी राहत
चारधाम और आदि कैलास यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। उत्तराखंड सरकार और परिवहन निगम ने नवरात्र से यात्रियों की सुविधा को देखते हुए टेंपो ट्रैवलर सेवा शुरू करने का फैसला किया है। यह सेवा चार्टर्ड बुकिंग के तहत उपलब्ध होगी, जिससे श्रद्धालु धार्मिक स्थलों तक आसानी से और सुरक्षित रूप से पहुंच सकेंगे। उत्तराखंड परिवहन निगम का दावा है कि इस नई पहल से न केवल यात्रियों को सुविधाजनक और आरामदायक सफर मिलेगा, बल्कि यात्रा सुरक्षित और समयबद्ध भी होगी। अभी तक कई श्रद्धालु लंबी और थकाऊ यात्रा के कारण चारधाम या आदि कैलास की यात्रा नहीं कर पाते थे, लेकिन अब इस आधुनिक सुविधा से उनका सफर और भी आसान हो जाएगा। सरकार का मानना है कि इस सेवा से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और धार्मिक यात्राओं में भाग लेने वालों की संख्या भी बढ़ेगी। वहीं निगम का लक्ष्य इसे यात्रियों और निगम दोनों के लिए लाभकारी योजना बनाना है।
नवरात्र से धार्मिक रूटों पर शुरू होगी टेंपो ट्रैवलर चार्टर्ड सेवा
उत्तराखंड परिवहन निगम अब धार्मिक और समूह यात्राओं पर विशेष फोकस कर रहा है। निगम ने निर्णय लिया है कि चारधाम, आदि कैलास, मुनस्यारी और जागेश्वर जैसे लोकप्रिय धार्मिक मार्गों पर टेंपो ट्रैवलर को चार्टर्ड बुकिंग के तहत भेजा जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं और यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और सुविधाजनक सफर मिल सके। काठगोदाम डिपो के एआरएम गणेश पंत ने बताया कि हाल ही में हल्द्वानी-देहरादून मार्ग पर ट्रायल के तौर पर दो दिन के लिए करीब 23 हजार रुपये में टेंपो ट्रैवलर बुक की गई थी, जो पूरी तरह सफल रही। इस सफलता के बाद निगम ने घोषणा की है कि नवरात्र से यह सेवा सभी प्रमुख धार्मिक रूटों पर उपलब्ध कराई जाएगी। निगम को उम्मीद है कि यह नई पहल टेंपो ट्रैवलर सेवा को गति देगी और राज्य में धार्मिक पर्यटन को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी। यात्रियों के लिए यह सेवा एक सुरक्षित और विश्वसनीय विकल्प साबित होगी, जिससे उन्हें न केवल यात्रा का भरपूर आनंद मिलेगा बल्कि समय और परेशानी से भी राहत मिलेगी।
चारधाम और पर्वतीय यात्राओं के लिए तय हुआ किराया
उत्तराखंड परिवहन निगम ने टेंपो ट्रैवलर सेवा का किराया तय कर दिया है, जिससे चारधाम और पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को पहले से साफ जानकारी मिल सके। तय दरों के अनुसार प्रतिदिन किराया ₹7,500 रखा गया है, जिसमें मैदानी क्षेत्रों के लिए 280 किमी, पर्वतीय क्षेत्रों के लिए 175 किमी और मिश्रित क्षेत्रों के लिए 225 किमी दूरी को मान्य किया जाएगा। इसके अलावा यात्रियों को डीजल, टोल व पार्किंग चार्ज का अतिरिक्त भुगतान करना होगा, साथ ही चालक के रात्रि विश्राम के लिए प्रतिदिन ₹500 भी देने होंगे। इससे पहले इसी साल 10 जुलाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी-नैनीताल-कैंची धाम और देहरादून-मसूरी मार्गों पर 20 वातानुकूलित ट्रैवलरों की शुरुआत की थी, जिनमें हल्द्वानी और काठगोदाम डिपो को चार-चार तथा भवाली को दो ट्रैवलर आवंटित किए गए थे। योजना के अनुसार इन वाहनों को नियमित रूप से निर्धारित मार्गों पर चलना था, लेकिन यात्रियों की कमी के कारण सेवा को सुचारू रूप से चलाने में कठिनाई हुई। अब निगम को उम्मीद है कि नवरात्र से शुरू होने वाली नई चार्टर्ड सेवा और स्पष्ट किराया संरचना यात्रियों को आकर्षित करेगी और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी।
लेखक- शुभम तिवारी (HNN24X7)
