उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सत्र के आखिरी दिन 11 दिसंबर को विपक्ष ने महंगाई का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने का प्रयास किया। विपक्ष कांग्रेस ने महंगाई का मुद्दा उठाकर जब सरकार द्वारा इसमें विपक्ष को जवाब दिया गया, तो विपक्ष सरकार के जवाब से सहमत नहीं हुआ व सदन में बैठक को बीच में ही छोड़कर सदन से बाहर चलें गये। जब सदन में सत्र के आखिरी दिन की कार्यवाही शुरु की गयी तो विपक्ष द्वारा सबसे पहले महंगाई का मुद्दा उठाकर इस पर वार्ता की मांग की गयी, सदन में विपक्ष की इस मांग पर चर्चा करने की अनुमति दे दी गयी। अनुमति मिलते ही कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार महंगाई पर रोक लगाने में असफल रही है, साथ ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के साथ- साथ रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं के बढ़ते दामों पर भी अंकुश नहीं लगा पायी।
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इस बढ़ती महंगाई के चलते आम लोगों का जीना मुश्किल होता जा रहा है, तो वहीं काजी निजामुद्दीन ने बताया कि राज्य में महंगाई और बेरोजगारी बहुत अधिक मात्रा में बढ़ रही है, निजामुद्दीन के साथ- साथ कांग्रेस उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा, गोविंद सिंह कुंजवाल आदि नेताओं ने भी सरकार को घेरबंध कर दिया। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा विपक्ष को जवाब देने में कहा गया कि महंगाई पर लगाम लगाने को लेकर सरकार भी कार्यरत है, केंद्र व राज्य सरकार ने इस दिशा में कई कदम भी उठाए है। विपक्ष द्वारा इन बातों को अनसुना करके सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाकर बैठक छोड़ सदन से बाहर आ गए।
सिमरन बिंजोला