रूस और यूक्रेन में जंग छिड़ी हुई है, रूस की सेना लगातार राजधानी कीव की तरफ बढ़ रही है। सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक, रूस की सेना कीव से कुछ किलोमीटर दूर है, ऐसे में वहां फंसे छात्रों को भारत ने तुरंत यूक्रेन छोड़ने को कहा है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों सहित सभी भारतीयों को उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य माध्यम से मंगलवार को तत्काल कीव छोड़ने का सुझाव दिया है।
इसको लेकर दूतावास ने ट्वीट किया है, इसमें कहा गया है कि कीव में रह रहे भारतीयों के लिये सुझाव है. छात्रों सहित सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे आज तत्काल कीव छोड़ दें। इसके लिए उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य उपलब्ध माध्यम का इस्तेमाल करें, यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धग्रस्त देश का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी यू्क्रेन की सीमा चौकियों के जरिए बाहर निकाल रहा है।
चार मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत, यूक्रेन से अपने हर नागरिक को वापस लेकर आएगा। ऐसे में वहां फंसे भारतीय घबराए नहीं, विदेश मंत्रालय की टीम से संपर्क करें और सीधे सीमा पर न आएं। यूक्रेन से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिये सरकार सभी पक्षों के संपर्क में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 देशों से अभियान के समन्वय व देखरेख के लिये चार वरिष्ठ मंत्रियों को दायित्व सौंपा है. इसके तहत केंद्रीय मंत्री वीके सिंह पोलैंड, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप पुरी हंगरी और ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और माल्डोवा में समन्वय करेंगे।
24 घंटे काम कर रही सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यूक्रेन में सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरा सरकारी तंत्र 24 घंटे काम कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायु सेना से निकासी अभियान का हिस्सा बनने को कहा है।