ऑड-ईवन की घोषणा को महज ड्रामा – विजय गोयल
केजरीवाल ने खुद तो खांसना बंद कर दिया है, पर अब पूरी दिल्ली खांस रही है – विजय गोयल
नई दिल्ली: भाजपा दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने केजरीवाल सरकार द्वारा 13 नवम्बर से ऑड-ईवन की घोषणा को महज ड्रामा बताया है. गोयल ने कहा कि वे इस ऑड-ईवन के नाटक का फिर से विरोध करेंगे जैसे कि पिछली बार में भी उन्होंने किया था.
विजय गोयल ने दिल्ली में गाड़ी की संख्या का आंकड़ा बताते हुए कहा कि वाहनों पर प्रतिबंध की बात जो केजरीवाल सरकार कर रही है, उसमें सबसे ज्यादा प्रदूषण दो पहिए (टू व्हीलर) से होता है, जिनकी संख्या 80 लाख है, जबकि प्राइवेट कारों की संख्या मात्र 25 लाख है. स्कूटर पर ऑड-ईवन लागू करने से केजरीवाल के वोट बैंक का खतरा है, इसलिए वे मात्र प्राइवेट कारों पर ऑड-ईवन लागू करके दिखावा कर रहे हैं.
गोयल ने कहा कि पिछले 9 साल में प्रदूषण को रोकने के लिए केजरीवाल ने क्या कार्रवाई की है उस पर रिपोर्ट पेश किया जाना चाहिए. इसके अलावा गोयल ने केजरीवाल से दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर कई सवाल भी पूछे. उन्होंने पूछा कि पंजाब जहां अब उनकी सरकार है, वहां पराली को रोकने के लिए पहले से क्या किया गया. वाहनों से प्रदूषण न हो, इसके लिए जो 11,000 बसें आनी थी, उनमें से कितनी बसें आई ? गोयल ने यह भी कहा कि केजरीवाल का वो घोल कहां गया, जो उन्होंने पूसा इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर बनाया था. ये वही 2 लाख का घोल है, जिसके लिए उन्होंने 2 करोड़ रूपए विज्ञापन पर खर्च कर दिए थे।
सांसद रमेश बिधूड़ी ने ऑड-ईवन पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल सनातन धर्म के विरोधी हैं. दीपावली से पहले ही उन्होंने यह फैसला ले लिया था कि सनातन धर्म के लोगों को उनके त्यौहार ना मानने दिये जाएं. सांसद रमेश बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल की तुलना मुगलों और अंग्रेजों से कर दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल खालिस्तानियों के समर्थक हैं और सनातन धर्म के विरोधी है. दीपावली से पहले उन्होंने इसलिए फैसला लिया है ताकि सनातन धर्म के लोग अपना त्यौहार सही ढंग से ना मना सकें.