उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अपने सरकारी आवास पर बैठक की, इस बैठक में उन्होंने ‘सेफ सिटी’ (Safe City) परियोजना के कार्यों की समीक्षा की व इसके विस्तार की कार्ययोजना का अवलोकन किया. इस अवसर पर सीएम योगी ने नगर निगम मुख्यालय वाले सभी शहरों और जनपद गौतम बुद्ध नगर मुख्यालय को सेफ सिटी के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए तो वहीं पुलिस थानों की कार्यप्रणाली में भी पदलवा के आदेश दिए, सीएम योगी ने कहा कि लोगों के परेशानियों को सुना जाए और उसका समाधान हो.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सेफ सिटी की परियोजना को लेकर गृह विभाग के तमाम अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, सीएम ने कहा कि प्रदेश के सभी पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. इसके संबंध में एक ‘स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर’ तैयार किया जाए. ये कार्य शीर्ष प्राथमिकता के साथ कराया जाए. उन्होंने कहा कि, थानों में जहां जनसुनवाई होती हो, वहां कैमरे जरूर लगें. सभी कैमरों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए.
महिलाओं, बुजुर्गों की शिकायतें सुनी जाएं
सीएम योगी ने कहा, हर महीने में एक बार जनपद स्थर पर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों व दिव्यांगजन के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाए, जहां उनकी समस्याओं को सुना जाए और उनका यथोचिक समाधान हो. सफल महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगजन की पहचान कर उन्हें रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें. यह प्रयास अन्य लोगों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा.
सीएम योगी ने दिए निर्देश
इस बैठक में सीएम योगी ने कहा कि अगले तीन महीनों के अंदर उत्तर प्रदेश 18 सेफ सिटी वाला देश का पहला राज्य होगा. पहले चरण में राज्य के सभी 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर को ‘सेफ सिटी’ के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं. अगले तीन माह के अंदर पहले चरण का काम पूरा कर लिया जाए. सेफ सिटी परियोजना महिलाओं की सुरक्षा पर केंद्रित है. इसे विस्तार देते हुए बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगजनों की सुरक्षा से भी जोड़ना चाहिए.