ओडिशा के राजपरिवार और पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की पोती के विवाद में नया ट्विस्ट
ओडिशा राजपरिवार विवाद में आया नया मोड़
देहरादून: उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां, ओडिशा के राजघराने और पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की पोती अद्रीजा मंजरी सिंह और उनके ससुराल के बीच हुआ आपसी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में नया मोड़ तब सामने आया जब अद्रीजा के पति अर्केश नारायण के परिवार की हेल्पर रविता झा ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी और कोर्ट के आदेश पर पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के बेटे और उनकी दो पोतियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट में थाना राजपुर में मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके साथ ही अर्केश नारायण ने भी अद्रीजा के परिवार पर बड़ा आरोप लगाया है।
दरअसल, मामले के तूल पकड़ने के बाद अर्केश नारायण के घर में काम करने वाली हेल्पर ने अद्रीजा और उनके परिजनों के खिलाफ एससी-एसटी की धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है। पीड़िता का कहना है कि वह अर्केश के घर पर पिछले करीब पांच सालों से काम कर रही है, लेकिन जब से पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ है तब से अद्रीजा और उसका परिवार उसके साथ गाली गलौज के साथ जातीसूचक शब्दों का प्रयोग करता है।
हेल्पर रविता झा का कहना है कि बीती 9 मई को उसने इस बाबत राजपुर थाने में शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पूर्व पीएम वीपी सिंह के बेटे अजय सिंह, उनकी बेटी अद्रीजा और ऋचा मंजरी सहित ड्राइवर सोनू के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
इस बीच अद्रीजा के पति अर्केश नारायण ने भी पूरे मामले पर बात की है। उन्होंने कुछ भूमाफियाओं के नाम लेकर कहा कि उनकी पत्नी और उनका परिवार भूमाफियाओं के साथ मिलकर उनके पुश्तैनी घर पर कब्जा करना चाहते हैं, जिसके कारण उनको हर जगह बदनाम किया जा रहा है। अर्केश ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके मामले में पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है और जो भूमाफिया उनके घर पर कब्जा करने पहुंच रहे हैं उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
अर्केश का आरोप है कि दोनों पक्षों में आपसी समझौते से तलाक की बात हुई है। तलाक होने तक पत्नी अद्रीजा को राजपुर रोड स्थित पैतृक आवास में रहने के लिए जगह दी, लेकिन उनकी पत्नी कुछ भू-माफियाओं के साथ मिलकर उनके पैतृक घर पर कब्जे की साजिश रच रही है।
वहीं, मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते पुलिस भी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। टीम की कमान सीओ मसूरी अनिल जोशी को दी गई है। इस विवाद में दर्ज सभी मामलों की जांच टीम करेगी।
ये मामला सबसे पहले तब सामने आया जब पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की पोती अद्रीजा मंजरी सिंह बीती 15 मई को उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार से मिलने पहुंचीं और पति सहित सुसरालियों पर मारपीट और घरेलू हिंसा का आरोप लगाया। अद्रीजा ने पति पर आरोप लगाया कि उन्हें जान से मारने की नीयत से अर्केश ने कुछ महिलाओं को घर पर भेजा था।
अद्रीजा का कहना था कि उनके पति और ससुराल वालों ने शादी के कुछ वक्त बाद से ही दहेज में करोड़ों रुपए की मांग को पूरा करने के लिए उनका मानसिक उत्पीड़न करना शुरू कर दिया था। अद्रीजा ने पति पर देहरादून के राजपुर स्थित मकान से निकालने का आरोप भी लगाया।
इस मुलाकात के बाद डीजीपी ने पूरे मामले की जांच देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर को सौंपी। जिसके बाद 18 मई को थाना राजपुर पुलिस ने अद्रीजा की तहरीर के आधार पर पति और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ धारा 323, 352, 504 और 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू की।
इसके बाद अद्रीजा ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय को एक शिकायती पत्र भेजा जिसमें उन्होंने उत्तराखंड पुलिस के कुछ अधिकारियों पर सवाल खड़े किए। इस शिकायत में अद्रीजा ने एक आईपीएस अधिकारी पर पुलिस कार्यवाही को मैनिपुलेट करने का आरोप भी लगाया।