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हाईकोर्ट व शासन का आदेश दरकिनार, कुमाऊं आयुक्त पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप

इंटरार्क मजदूर संगठन के बैनर तले श्रमिकों ने अपने पत्नी और बच्चों के साथ श्रम उपायुक्त कार्यालय में नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि शासन के निर्देश के बाद भी फैक्ट्री की तालाबंदी नहीं खुली। मंडलायुक्त दीपक रावत पर भी वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुये श्रमिकों व उनके बच्चों ने जल्द से जल्द बकाया भुगतान कराने की अपील की। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को श्रमिक अपने परिजनों के साथ श्रम कार्यालय पहुंचे। श्रमिकों ने कहा कि उच्च न्यायालय व शासन के आदेश के बाद भी श्रम विभाग के अधिकारी फैक्ट्री की तालाबंदी खुलवाने में रुचि नहीं ले रहे है।

एक जून को नैनीताल में मंडलायुक्त ने दो दिन में तालाबंदी खुलवाने का वादा किया था। आयुक्त ने कहा था कि यदि कंपनी श्रमिकों के वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो सहायक श्रमायुक्त द्वारा कंपनी की तत्काल रिकवरी चालान काटकर वसूली कर मजदूरों के वेतन का भुगतान किया जाएगा। लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। श्रमिकों के बच्चों ने कहा कि दो दिन के अंदर तालाबंदी नहीं खुली और बकाया वेतन नहीं मिला तो श्रम कार्यालय में आठ जून को श्रम भवन में बाल पंचायत की जायेगी। कार्यक्रम का संचालन डॉली ने किया।

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इस दौरान उत्कर्ष, महिमा, प्रतिमा दुबे, श्रेया, भूमिका, कुमकुम, अभिनंदन, आयुष, नीलेश, प्रशांत, मजदूर संगठन के अध्यक्ष दलजीत सिंह, सौरभ कुमार, पान मोहम्मद, लक्ष्मण सिंह, इंकलाबी मजदूर केंद्र के अध्यक्ष कैलाश भट्ट, जन एकता मंच के संयोजक सुब्रत कुमार विश्वास, गौरव शर्मा, आकाश मिश्रा, अजय कटियार, रविंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

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