उत्तराखंड

बिना पंजीकरण के न आयें चारधाम आने वाले श्रद्धालु: पांडेय

यात्रियों की स्वास्थ्य जांच के लिए ऋषिकेश में स्क्रीनिंग के इंतजाम़, पूछी जा रही है मेडिकल हिस्ट्री

देहरादून। गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से बिना पंजीकरण और स्वास्थ्य जांच के यात्रा पर न आने की अपील की है। आज चारधामों में राज्य सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं को लेकर सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि सुगम व सुरक्षित यात्रा के संचालन के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि हर श्रद्धालु को दर्शन का लाभ मिले। हमें इसी में संतुलन बनाकर चलना है कि श्रद्धालुओं की यात्रा भी सुरक्षित हो और उन्हें दर्शन का लाभ भी मिले। गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि चारधामों में 14 मई तक ऑनलाइन कुल 26,73,519 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। गंगोत्री  में 4,78,576, यमुनोत्री में 4,21,366, श्री बद्रीनाथ धाम में 8,13,558 और केदारनाथ धाम में कुल 9,00,707जबकि श्री हेमकुंड साहिब के लिए 59,312 पंजीकरण हो चुके हैं। इसके अलावा हरिद्वार एवं ऋषिकेश में 8 से 14 मई तक ऑफलाइन के माध्यम से कुल 1,42,641 पंजीकरण हुए हैं। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री में 59,158, गंगोत्री में 51,378, केदारनाथ में 1,26,306 व बद्रीनाथ धाम में 39,574 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

यमुनोत्री में पांच किमी का रास्ता है संकरा

 गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि यमुनोत्री धाम में पांच किमी का रास्ता बेहद संकरा है और यहां पर एक समय में सीमित संख्या में ही लोग आवागमन कर सकते हैं। गत वर्ष जब कपाट खुले थे तो कुल 6,838 श्रद्धालु आए थे जबकि इस वर्ष कपाट खुलने वाले दिन 12,193 यात्री आये। इसी तरह केदारनाथ धाम में गत वर्ष कपाट खुलने पर 18,335 तो इस वर्ष लगभग 29 हजार श्रद्धालु मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में कहीं ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जिस कारण कुछ परेशानियां हो रही हैं, लेकिन इन्हें भी दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री धाम के जानकी चट्टी में कुल 15,455 श्रद्धालु थे जिनमें से आज सुबह 10 बजे तक कुल 4 हजार दर्शन भी कर चुके थे। गंगोत्री में 3902, केदारनाथ में सुबह 10 बजे तक 8194 एवं बद्रीनाथ में 4518 ने दर्शन किये।

यात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता

 गढ़वाल मंडल आयुक्त ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनको सुरक्षित वापस पहुँचाना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ यात्रियों को यमुनोत्री व गंगोत्री मार्ग पर ठहराया भी  जा रहा है। सूखी टॉप से लौटते समय व गंगनानी से आगे गेट सिस्टम लागू किया गया है। यहां पर सिंगल रोड है इसलिए भी ठहराव की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन की ओर से तमाम वीडियोज भी शेयर किए जा रहे हैं। यात्रियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है और हम अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं देने का प्रयास कर रहे हैं।

ड्यू डेट से पहले श्रद्धालुओं को लाने वाले टूर ऑपरेटरों के परमिट होंगे निरस्त

उन्होंने बताया कि ऑफलाइन पंजीकरण में जिन लोगों ने बाद के लिए पंजीकरण कराया था, वे भी पहले ही यात्रा के लिए आ गये। इस कारण भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिये हैं कि आज से स्थानीय स्तर पर आरटीओ एवं जिला प्रशासन की टीमें सख्ताई से चेकिंग करेंगे। अगर कोई टूर ऑपरेटर पंजीकरण वाले दिनों से इतर यात्रियों को ले जाते हुए मिलता है तो यात्रियों को होल्ड करने के साथ ही वाहनों के परमिट भी सस्पेंड किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि एक एडवाइजरी अन्य राज्यों को भी जारी करने के लिए कहा जा रहा है कि वह लोगों से अपील करें कि रजिस्ट्रेशन उपरांत यात्रा करें। जिला प्रशासन पौड़ी और टिहरी को भी यात्रा रूट पर होल्डिंग एरियाज को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं। जहां वाहनों की पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था हो और श्रद्धालुओं को भोजन पानी सब उपलब्ध कराया जाए। जो श्रद्धालु अपने से बाजार आदि जाना चाहता है उन्हें इसकी अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि बगैर रजिस्ट्रेशन के यात्रा न करें। जिनके पंजीकरण बाद के हैं वे उसी समय यात्रा करें।

श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग को किये गए हैं पर्याप्त इंतजाम

उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच संबंधी स्क्रीनिंग के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से ऋषिकेश में इसका जायजा लिया है। जो भी श्रद्धालु आ रहे हैं, उन्हें स्क्रीनिंग के लिए पर्ची प्रदान की जा रही है। साथ ही उन्हें एक फॉर्म भी दिया जा रहा है जिसमें उनसे उनके स्वास्थ्य संबंधी हिस्ट्री पूछी जा रही है।  उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को भी चाहिए कि वे अपनी स्वास्थ्य के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करें। यह चारों ही धाम हाई एल्टीट्यूड में हैं जहां एकाएक गर्म स्थानों से आये लोगों को परिस्थितियों में ढलने में दिक्कत होती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग कि ओर से कुल 14 भाषाओं में स्वास्थ्य एडवाइजरी भी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक अलग अलग स्थानों पर 11 लोगों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि केदारनाथ धाम के लिए 18 हजार प्रतिदिन व यमुनोत्री में 8 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन के लिहाज से पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button