उखीमठ। द्वितीय केदार भगवान श्री मदमहेश्वर के कपाट खुलने की प्रक्रिया 16 मई से शुरू होने जा रही है। श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट 20 मई को शुभ मुहुर्त 11.15 मे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जायेंगे। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट खोलने की तैयारियों के लिए निर्देश जारी किये गये हैं।
बीकेटीसी सीईओ योगेंद्र सिंह के निर्देश पर कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने भगवान मदमहेश्वर की डोली यात्रा के संचालन के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान को देवरा प्रभारी तथा अवर सहायक संजय तिवारी को डोली प्रभारी के बनाया है।
भगवान श्री मदमहेश्वर चल विग्रह उत्सव डोली 16 मई को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ मंदिर सभामंडप में भक्तों को दर्शन देने के लिए विराजमान होगी। इस दौरान मदमहेश्वर धाम के पुजारी टी गंगाधर लिंग, पुजारी बागेश लिंग, ओंकारेश्वर मंदिर प्रभारी रमेश नेगी सहित पंचगौंडारी हकहकूकधारी तीर्थपुरोहित तथा श्रद्धालुजन मौजूद रहेंगे। 17 मई को पूजा- अर्चना एवं नये अनाज का भोग लगाकर सर्वकल्याण की कामना की जायेगी।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ बताया कि 18 मई की सुबह भगवान मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली तथा देव निशान शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओकारेश्वर मन्दिर से श्री राकेश्वरी मंदिर रांसी रात्रि विश्राम को पहुंचेंगे।
19 मई को श्री राकेश्वरी मंदिर रांसी से प्रवास के लिए दूसरे पड़ाव गोंडार गांव पहुंचेगी। 20 मई सुबह श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली गोंडार से श्री मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी। पूर्वाह्न शुभ लग्न में सवा ग्यारह बजे श्री मदमहेश्वर जी के कपाट खुलेंगे।