जीरो कोविड नीति का नहीं किया पालन तो कार्रवाई की जाएगी
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शंघाई व देश के अन्य हिस्सों में नागरिकों को चेतावनी दे डाली हैं कि अगर जीरो कोविड नीति के चलते अगर इसमें कोई सवाल उठाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। गुरुवार को राष्ट्रपति जिनपिंग की अध्यक्षता में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च इकाई पोलिट ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक हुई, इसमें देश की शून्य-कोविड नीति का पालन करने का फैसला किया गया। वहां की सरकारी मीडिया के अनुसार यह पहला मौका है जब जिनपिंग ने इस बैठक में महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया।
शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण लोगों के गुस्से के बीच राष्ट्रपति ने सख्त हिदायत दि हैं। चीन ने यह सख्त चेतावनी ऐसे समय जारी की जब शंघाई के लोगों ने सख्त लॉकडाउन का विरोध किया है। वहा के लोगों ने अपनी खिड़कियों से बर्तनों को पीटते हुए और चिल्लाते हुए वीडियो जारी कि और कई लोगों ने सड़कों पर पुलिस और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से भी भिड़ गए।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना कहर के कारण लॉकडाउन झेल रहे शंघाई के कई लोगों ने पिछले पांच हफ्तों में भोजन की गंभीर कमी और चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिलने के कारण सोशल मीडिया के जरिए अपना गुस्सा उतारा है। शंघाई में जीरो कोविड नीति के चलते मानवाधिकारों के दमन को वीडियो वायरल कर बेनकाब किया गया है। इससे चीन खफा है।
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साथ में चीन की दुनीया भर में निंदा हो रहीं हैं। चीन के वैज्ञानिक ने कहा है कि यह उपाय प्रभावी है वुहान में कोरोना की जंग जीती है और हम शंघाई में भी जीतेंगे। शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है और चीन की अर्थव्यवस्था को भी भारी हानीहुई, क्योंकि यह चीन की व्यावसायिक राजधानी है।