रिपोर्टर- हरीश चंद्र ऊखीमठ- खबर है रुद्रप्रयाग जिले से आपको बता दें कि आगामी 10 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए खोल दिये जायेगे जिसके उपलक्ष में बृहस्पति को उप जिलाधिकारी
अनिल कुमार शुक्ला की अध्यक्षता में ब्लांक सभागार ऊखीमठ में समस्त मजदूर संघ यूनियन व तीर्थ पुरोहितों व हर एक आम जनमानस के साथ आगामी यात्रा सीजन को लेकर विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा कि गई बिन्दु पहला बता दें कि केदारनाथ में प्लास्टिक मुक्त या प्लास्टिक का सही रूप से प्रयोग किया जाए वही इस विषय पर अनुगृति वेलफेयर फाउण्डेशन की सदस्या सुषमा शर्मा ने बताया कि केदारनाथ धाम में यात्रा सीजन में धाम में प्लास्टिक की बोतल या प्लास्टिक की कोई वस्तु या सामाग्री का एक जगहों पर इकट्ठा करके कूडादान में डाल दे साथ ही इसका सही रूप से सत प्रयोग हो सके उन्होंने कहा कि उनके द्वारा केदारनाथ धाम में 2021 से प्लास्टिक पर काम किया जा रहा है जिसमें की प्लास्टिक के जाकेट व अन्य सामग्री बनाया जाता है जिससे कि क्षेत्र में प्लास्टिक मुक्त हो ओर प्लास्टिक को न जलाया जाए ताकि प्रदूषण की समस्या उत्पन्न न हो इस विन्दु पर बैठक उपस्थित मजदूर संघ यूनियन व तीर्थ पुरोहितों और जन-प्रतिनिधियों व हर एक आम जनमानस ने बिन्दु का समर्थन किया, वहीं दूसरे विन्दु की बात करें तो आजकल यात्रा सीजन से पहले घोड़े खच्चरो का प्रशिक्षण चल रहे हैं
जिसमें की घोड़े खच्चरो वाले मजदूरों के लाइसेंस बन रहे हैं और इस प्रशिक्षण में भी बहुत सी कमियां देखने को मिल रही है मजदूर संघ यूनियन के अध्यक्ष गोविंद सिंह रावत ने कहा कि जो घोड़े खच्चरो के प्रशिक्षण क्षेत्रों में चल रहे हैं उसमें सबसे पहले बहार वाले लोगों के घोड़े खच्चरो के लाइसेंस बन रहे हैं और जो ब्लॉग और जनपद के मजदूर हैं
उन में से अभी तक मात्र 10प्रतिशत लोगो के बने है बाकी 90 प्रतिशत बनने अभी बाकी है वहीं रावत ने कहा कि ऊखीमठ ब्लॉग के अन्तर्गत तुलंगा, सल्या, कोटमा, जालतल्ला, मल्ला, चौमासी घंघासू बागर परकण्डी जैसे कहीं क्षेत्रों में अभी बहुत से घोड़े खच्चर वाले मजदूरों के लाइसेंस बनना बाकी है कहा कि शाशन प्रशासन फिर से प्रशिक्षण का रोस्टर प्रणाली तैयार करे और फिर से प्रशिक्षण शिविर लगवाये वहीं इसके जबाब में उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने कहा कि फिर से तो न रोस्टर प्रणाली तैयार होगी और ना प्रशिक्षण शिविर लगेगा हा हम यह कह सकते हैं कि जिन लोगों के अभी तक घोड़े खच्चरो के लाइसेंस नहीं बने हैं हम प्रशिक्षण वाले से बात करके उनके लाइसेंस बनवा देंगे वहीं ट्रेड यूनियन के संरक्षक अबतार सिह नेगी ने कहा कि केदारनाथ में यात्रा काल में सबसे पहले हमारे पूरे यूनियन में मात्र 5 हजार घोड़े खच्चर उपलब्ध है जो कि बहुत कम है जिस प्रकार से केदारनाथ में यात्रा सीजन तेजी से बढ़ जाती है उसके हिसाब से 5 हजार घोड़े खच्चर बहुत कम पड़ जाते हैं नेगी ने शाशन प्रशासन से केदारनाथ में 5 हजार की जगह पर 8 हजार घोड़े खच्चरो की मांग रखी ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो सके वहीं यात्रा व्यवस्था सही रूप से संचालित हो सके कहा कि केदारनाथ में टेंटो में ऊखीमठ ब्लॉग वालो को सबसे पहले दर्जा मिला जाए फिर जनपद वाले को और उसके बाद अन्य लोगों को वहीं बैठक में वन पंचायत सरपंच पवन राणा ने कहा कि केदारनाथ यात्रा में चाहिए घोड़े खच्चर हो या टेंट और पर्ची में सबसे पहले दर्जा ऊखीमठ ब्लॉक वालो को मिलना चाहिए क्योंकि चाहिए 2013 की दैवीय आपदा हो या 2012 की सबसे ज्यादा परेशान ओर सबसे ज्यादा लोग ऊखीमठ ब्लॉग वालो के मरे है
कहा किसी का बेटा गया तो किसी का भाई व किसी का बाप उन्होंने शाशन प्रशासन से ऊखीमठ ब्लॉग वालो से सबसे पहले दर्जा देनी की बात की जिसका अंत में उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने विभिन्न बिन्दुओं को देखते हुए सभी मजदूर संघ यूनियन व तीर्थ पुरोहितों और हर एक आम जनमानस को आश्वासन दिया कि व इन सभी बिन्दुओं को जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे और कोशिश करेंगे कि इन सभी विन्दुओ का जल्द से जल्द निराकरण हो जिससे केदारनाथ यात्रा काल में कोई परेशानी न आ सके और यात्रा सुचारू रूप से चले।
इस मौके पर केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, तहसीलदार प्रदीप नेगी, निर्वतमान अध्यक्ष विजय राणा, पूर्व अध्यक्ष रीता पुष्पवान, प्रधान संदीप पुष्पवान, जिला पंचायत सदस्य गुप्तकाशी गणेश तिवारी, प्रधान संगठन के अध्यक्ष सुभाष रावत, कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल, प्रधान अरविंद सिंह राणा, प्रधान योगेन्द्र, पुरोहित संतोष त्रिवेदी, देवेन्द्र प्रसाद सहित बैठक में कई लोग मौजूद थे