स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जहां एक ओर सरकार ने निकायों को डस्ट बिन फ्री करने के आदेश दिए हैं। वहीं थराली नगर पंचायत शहर को डस्ट बिन फ्री करने में अब तक फिसड्डी ही साबित नजर आ रहा है। ये हम नहीं कह रहे खुद नगर पंचायत थराली के अधिशासी अधिकारी का बयान नगर पंचायत के इस सुस्त रवैये पर मुहर लगा रहा है। नगर पंचायत थराली के अधिशासी अधिकारी टंकार कौशल के मुताबिक स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा एक वर्ष पूर्व जारी आदेश के अनुसार नगर निकायों को डस्ट बिन फ्री करने की कवायद शुरू की गई थी। लेकिन यहां थराली नगर पंचायत को डस्ट बिन फ्री करने में एक साल से भी अधिक का समय लग गया।
अब भी नगर पंचायत थराली के बाजारों के अलग अलग जगहों पर रखे कूड़ेदानो में पड़ी गंदगी स्वच्छ भारत मिशन पर पलीता लगा रही है। आलम ये है कि जिन कूड़ेदानों को नगर पंचायत ने वार्डो से हटा भी लिया है तो उन्हें भी शहर में नई बनी पार्किंग में रखा गया है। हैरानी की बात ये है कि इस पार्किंग में डस्ट बिन फ्री की मुहिम चलाने के बाद जो कूड़ेदान रखे गए हैं नगर पंचायत ने उन्हें कूड़े सहित ही पार्किंग में क्षत विक्षत हालात में रखा है।
इन तस्वीरों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब नगर पंचायत को नगर क्षेत्र के चार वार्डो से कूड़ेदानों को हटाने में एक वर्ष का समय लग गया हो तो फिर शहर में स्वच्छता की स्थिति क्या होगी और फिर नगर के वार्डो से हटाकर पार्किंग में रखे गए कूड़ेदानों में पड़ी गंदगी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।
यह भी पढ़ें- परिवार के साथ मसूरी पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
कुल मिलाकर कहा जाए तो स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रधानमंत्री मोदी के डस्ट बिन फ़्री के विजन को पूरा करने में नगर पंचायत थराली फिलहाल नाकाम ही साबित नजर आ रहा है