उत्तराखंड में बढ़ती गर्मी के साथ गहराया बिजली संकट
उत्तराखंड में गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली का संकट भी गहरा गया है । प्रदेशवासियों को गर्मी के साथ-साथ बिजली ना होने से भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि अभी संकट कम होने में कम से कम 1 हफ्ते का समय और लग सकता है। इसके पीछे बिजली की ज्यादा डिमांड बड़ा कारण है। मौजूदा समय में ग्रामीण इलाकों में छह से सात घंटों तक की कटौती करनी पड़ रही है। इससे कृषि का काम बाधित हो रहा है। वहीं राज्य के अलग अलग सिडकुल में भी बिजली कटौती की जा रही है। हालात ये हैं कि उद्योगों को बिजली कटौती से उत्पादन में कमी दर्ज की गई है। इससे व्यापारियों में खासी नाराजगी है।
उत्तराखंड में बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सख्ती के बाद यूपीसीएल ने अपनी सक्रियता बढ़ाई है। अधिकारियों ने अन्य राज्यों से बिजली लेकर संकट को दूर करने का प्रयास किया है। वहीं यूपीसीएल के अधिकारी दावा कर रहें हैं कि वो एक हफ्ते में हालात संभाल लेंगे। बिजली संकट को बहुत हद तक दूर कर लिया जाएगा। हालांकि इस दावे के आधार पर वो बहुत कुछ कहने की स्थिती में नहीं हैं।
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वहीं बिजली विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में बिजली की सालाना डिमांड 2468 मेगावाट है। राज्य की अलग अलग परियोजनाओं से कुल 5211 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है। इसमें से उत्तराखंड के कोटे में 1320 मेगावाट बिजली ही आ रही है।