रामपुर : लोकसभा सीट: अखिलेश उतार सकते हैं चौंकाने वाला प्रत्याशी, जानिए समीकरण
रामपुर की सीट अचानक से चर्चाओं में आ गई है। इस सीट के उम्मीदवार को लेकर आजम खान से अखिलेश यादव को एक पत्र लिखा है। वह चाहते हैं कि पूर्व सीएम खुद ही सीट से चुनाव लड़ें। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर से चुनाव लड़ने की आजम खां की पेशकश तो स्वीकार नहीं की, लेकिन अपने भतीजे और बिहार के पूर्व सीएम लाल प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप सिंह को चुनाव लड़ने की हरी झंडी दे दी है। हालांकि, इस बारे में सपा ने आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है। 27 मार्च नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है।
तेज प्रताप यादव मैनपुरी से सांसद भी रह चुके हैं। यहां बता दें कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर से आजम खां ने जीत हासिल की थी। लेकिन, विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इसके बाद हुए उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम लोधी ने यहां से जीत हासिल की। इस बार भी भाजपा ने घनश्याम लोधी को रामपुर से टिकट दिया है। तेज प्रताप सिंह यादव के मैदान में उतरने से रामपुर का चुनाव रोचक हो जाएगा।
सपा ने बिजनौर में पूर्व सांसद यशवीर सिंह का टिकट काटकर दीपक सैनी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। दीपक सैनी नूरपुर से सपा विधायक राम अवतार सैनी के पुत्र हैं।
मुरादाबाद से मौजूदा सांसद डॉ. हसन का टिकट कटा
सपा ने मंगलवार को मुरादाबाद से अपने सांसद डॉ. एसटी हसन को प्रत्याशी घोषित किया था। उन्होंने पार्टी के सिंबल पर अपना पर्चा भी भर दिया। लेकिन, ऐन वक्त पर डॉ. एसटी हसन का टिकट काटकर सिंबल बिजनौर की पूर्व विधायक रुचि वीरा को दे दिया है। बताते हैं कि डॉ. एसटी हसन से आजम खां नाराज चल रहे हैं और उन्हीं के कहने पर यह टिकट बदला गया है।