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रुदरप्रयाग : चौखम्भा हिमालय की शुद्ध जड़ी-बूटी से निर्मित देशी स्वास्थ्य संरक्षण आयुर्वेदिक औषधि से कई प्रकार के रोग होते हैं जल्द इलाज, पढ़ें पूरी खबर…eee

चौखम्भा हिमालय की शुद्ध जडी बूटियों से निर्मित स्वदेशी स्वास्थ्य संरक्षण आयुर्वेदिक दवाइयों से अनेक प्रकार के रोगो का होता है जल्द इलाज पढ़िए पूरी खबर

रिपोर्टर -हरीश चंद्र ऊखीमठ, खबर है रुद्रप्रयाग जिले व ऊखीमठ ब्लॉग से जी हा आपको बता दें कि ऊखीमठ ब्लॉग से जुड़े लगातार समाजसेवी करने वाले ग्राम पंचायत राऊलैक निवासी शिव सिंह नेगी द्वारा किया जा रहा है आयुर्वेदिक दवाइयों का कार्य बता दें कि चौखम्भा हिमालय की शुद्ध जडी बूटियों से निर्मित स्वदेशी स्वास्थ्य संरक्षण आयुर्वेदिक दवाइयों से अनेक प्रकार के रोगो का होता है जल्द इलाज वहीं आयुर्वेदिक वेद शिव सिंह नेगी ने बताया कि व विगत कई समय से आयुर्वेदिक वेद का कार्य कर रहे हैं

जिसमें आयुर्वेदिक दवाइयों जैसे यूरिक एसिड, गठिया, पाइल्स, प्रदर, लिकोरिया, पिलाया, जोडो घुटनों का दर्द, दाद खाज खुजली, चमररोग, दांतों के रोग, लीवर अल्सर, गैस एसीडिटी, आदि रोगो की दवाईयां को बनाया जाता है और जिस भी व्यक्ति को यह रोग होते हैं व व्यक्ति हमे सम्पर्क करने पर हम उसे दवा पार्सल डाक द्वारा उन्हें डिलीवरी की जाती है जिसका एक हफ्ते में जल्द इलाज हो जाता है

वेद शिव सिंह नेगी ने कहा कि यह दवाईयां रुद्रप्रयाग जिले में ही नहीं बल्कि देश के मुम्बई, नोएडा, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, विहार, श्रीगर, देहरादून गोपेश्वर रुद्रप्रयाग इन क्षेत्रों में यह आयुर्वेदिक दवाइयों का सफलाई बाई पोस्टल के द्वारा किया जाता है उन्होंने कहा कि हमारे पास सबसे बड़ी कमियां हैं

कि अभी तक राज्य सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई भी हमें सुविधा उपलब्ध नहीं है यह उनका पारम्परिक आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने का प्रबंधन है कहा कि जिन लोगों को यह अनेक प्रकार के रोगो की दवाईयो का फायदा मिलता है वहीं लोग अपने लोगों व अपने जान पहचान लोगों और अपने रिश्तेदारों के साथ हमारी चौखम्भा हिमालय शुद्ध जडी बूटियों से निर्मित स्वदेशी स्वास्थ्य संरक्षण आयुर्वेदिक दवाइयों का प्रचार प्रसार करते हैं

कहा कि यही हमारा मार्केटिंग है और यह जरिए होता है इन अनेक प्रकार की दवाईयों को पहुंचाने का बताया कि सरकार द्वारा हमें अभी तक कोई भी सुविधा नहीं है जिसका हमें बहुत दुःख व्यक्त करते हैं कहा कि है ये भारतीय परंपरा भारत की सबसे प्राचीन स्वास्थ्य संरक्षण की व्यवस्था उन्होंने कहा कि इसे हम जीवित रखा है

वेद की परम्परा में आयुर्वेदिक दवाइयों को नियमित रूप से आगे भी कार्य करेंगे अंत में उन्होंने सभी आम जनमानस से निवेदन किया कि जिसको भी इस प्रकार की दवाईयां चाहिए व चौखम्भा हर्बल प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मद्महेश्वर घाटी राऊलैक में आ कर सम्पर्क करें

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