भारतीय सैन्य अकादमी में बीते दिन 319 नौजवान पासिंग आउट परेड कर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं। साथ ही 68 विदेशी कैडेट भी परेड का हिस्सा बन पास आउट हुये है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी पासिंग आउट परेड में शामिल हुए और परेड की सलामी ली। राष्ट्रपति ने कैडेंटो को ओवर ऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की भारतीय सैन्य अकादमी में सलामी लेने से पहले सात अन्य राष्ट्रपतियों द्वारा भी परेड की सलामी ली जा चुकी है।
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वर्ष 1956 में देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद शर्मा ने भी आइएमए में जाकर परेड की सलामी ली थी। साथ ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद के बाद 1962 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन व 1976 में फखरुद्दीन अली अहमद और 1992 में आर वेंकटरमन, 2006 में एपीजे अब्दुल कलाम व 2011 में प्रतिभा देवी पाटिल द्वारा परेड की सलामी ली गयी थी। उत्तराखंड के देहरादून में स्थित भारतीय सैन्य अकादमी का इतिहास गौरवमान रहा है, वर्ष 1932 में आइएमए में 40 कैडेट्सों की परेड के साथ भारतीय सैन्य अकादमी की शुरुआत हुयी थी, तब से लेकर अब तक आइएमए में एक के बाद एक परेड करके देश रक्षा में जाबाज खड़े उतर रहे है।
सिमरन बिंजोला