देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे पर उत्तराखंड में वन्यजीवों का सबसे बड़ा और पुराना चीला-मोतीचूर कॉरिडोर करीब दो दशक बाद फिर से गुलजार होने लगा है।
हाईवे पर फ्लाईओवर के नीचे इस कॉरिडोर से गुजरते हुए बाघ कैमरा ट्रैप में कैद हुआ है। वन विभाग वन्यजीव संरक्षण के लिहाज से इसे काफी अहम मान रहा है।
बता दें कि देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे और रेलवे ट्रैक के कारण राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क पूर्वी और पश्चिमी दो भागों में बंट गया था। इसका नतीजा यह हुआ कि पार्क के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में वन्यजीवों की आवाजाही बंद हो गई।बता दें कि वाइल्ड लाइफ के लिए मशहूर राजाजी टाइगर रिजर्व देश का एकमात्र ऐसा टाइगर रिजर्व है, जो चारों ओर से आबादी से घिरा हुआ है।
तो वही इसके लिए ऋषिकेश के खांड़ गांव को भी विस्थापित किया गया। इसके बाद हाईवे पर सितंबर 2021 में तीन प्लाई ओवर बनाए गए। इसके नतीजे अब मिलने शुरू हो गए हैं।
चीला-मोतीचूर कॉरिडोर से हाथी, गुलदार और बाघ जैसे लंबे विचरण वाले वन्यजीव हरिद्वार से शिवालिक के जंगल होते हुए कार्बेट की ओर आते-जाते थे। तो अब पार्क के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में वन्यजीव आसानी से आवाजाही कर सकेंगे।