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उत्तराखंड की मित्र पुलिस को यूं ही मित्र पुलिस नहीं कहा जाता है

पुलिस के द्वारा सुरक्षा के साथ-साथ मित्रता का भी पूरा फर्ज बखूबी निभाया जाता है। इसी की एक बानगी उत्तराखंड की रुड़की पुलिस के द्वारा देखने को मिली है। रुड़की में सीपीयू पुलिस ने गंगनहर पुल से मंगलौर की पटरी पर चेकिंग अभियान चलाया हुआ था इसी दौरान सीपीयू के सब इंस्पेक्टर सुक्रमपाल सिंह को पास में ही झाड़ियों में एक पर्स गिरा हुआ दिखाई दिया जिसे उन्होंने उठा लिया। पर्स की तलाशी लेने पर सब इंस्पेक्टर सुक्रमपाल सिंह को पर्स में अभिषेक पंवार नाम के युवक के महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले जिसमें युवक का आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, अलग-अलग बैंकों के चार एटीएम समेत अन्य कई महत्वपूर्ण दस्तावेज थे जिसके बाद उन्होंने अभिषेक कुमार से संपर्क किया तो पता चला कि अभिषेक देहरादून निवासी है और उसके पर्स 25 फरवरी को खो गया था। जिसके बाद अभिषेक देहरादून से रूड़की पहुंचा और अपना पर्स व महत्वपूर्ण दस्तावेज पुलिस से प्राप्त किए और उत्तराखंड पुलिस का आभार जताया। अभिषेक पंवार ने बताया कि वह 25 फरवरी को देहरादून से बस के द्वारा मेरठ जा रहा था रास्ते में उसका पर्स कहीं पर गिर गया था जिसके बाद उसने इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी। अभिषेक ने सब इंस्पेक्टर सुक्रमपाल का आभार जताते हुए कहा कि मित्र पुलिस का यह बहुत ही सराहनीय कार्य है। यह भी पढ़ें-यूक्रेन से लौटे छात्र विकल्प भारद्वाज ने बताए वहां के हालात व भारतीय सरकार को कहा थेंक्यु इन दस्तावेजों के  लिए बहुत परेशान थे और पर्स न मिलने की स्थिति में उन्हें बड़ी मुश्किल सभी दस्तावेज बनवाने पड़ते साथ ही किसी गलत हाथों में पड़ जाने से इनका गलत इस्तेमाल भी हो सकता था। सीपीयू के उपनिरीक्षक सुक्रमपाल सिंह ने बताया कि रोजाना की तरह वह अपनी गंगनहर पुल पर ड्यूटी कर रहे थे तभी उनकी निगाह झाड़ियों में पड़े हुए पर्स पर पड़ी जिसमें बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज थे जिसके बाद उनके द्वारा पर्स के मालिक से संपर्क कर उस तक सभी दस्तावेज व पर्स पहुंचाया गया है। साथ ही पुलिस का भी यही प्रयास रहता है कि ईमानदारी से हम भी अपना कार्य करते रहें।

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