Vande Bharat Express: भारतीय रेलवे से जुड़ी एक बड़ी खबर है। जल्द ही देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पटना से नई दिल्ली के बीच चलने के लिए तैयार है। हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि दो वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें एक साथ लॉन्च होंगी। ट्रायल रन 12 दिसंबर से शुरू होंगे और महीने के अंत तक ट्रेन आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
यह ट्रेन उन लाखों यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी जो पटना-दिल्ली रूट पर रोज़ाना सफर करते हैं। अब रात भर की थकान भूल जाइए, क्योंकि यह ट्रेन आपको होटल जैसा आराम और फ्लाइट जैसी स्पीड देगी। चलिए, इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं…
कब और कैसे बनी Vande Bharat Express?
वंदे भारत स्लीपर का विचार 2018 में शुरू हुआ, जब ट्रेन 18 (वंदे भारत का पुराना नाम) डिजाइन हो रही थी। राजधानी एक्सप्रेस को रिप्लेस करने के लिए ICF और BEML ने मिलकर काम किया। पहला प्रोटोटाइप सितंबर 2024 में तैयार हुआ, लेकिन गुणवत्ता और डिजाइन सुधारों के कारण लॉन्च में देरी हुई।
मुख्य तारीखें और सुधार:
- अगस्त 2025: ICF ने इंटीरियर में बदलाव सुझाए- कर्टन फिटिंग, शार्प एजेस हटाना और बेहतर ‘पिजन पॉकेट्स’।
- 1 सितंबर 2025: RDSO ने फाइनल कंप्लायंस भेजा।
- नवंबर 2025: दूसरा रेक ट्रायल के लिए आया और 180 किमी/घंटा की रफ्तार छुई।
- दिसंबर 2025: बेंगलुरु की BEML फैक्ट्री में पहले दो रेक तैयार, 12 दिसंबर को उत्तर रेलवे को सौंपा जाएगा।
- यह प्रोजेक्ट ‘मेक इन इंडिया’ का प्रतीक है। कुल 200 स्लीपर वंदे भारत बनाने का प्लान है, जिसमें BEML-ICF मिलकर 10 रेक तैयार करेंगे।
पटना-दिल्ली पर फोकस
ये ट्रेन नई दिल्ली से राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना) के बीच चलेगी जिसकी दूरी लगभग 1000 किमी है, जो यह ट्रेन सिर्फ 11 से 11.5 घंटे में तय करेगी बता दें कि मौजूदा राजधानी एक्सप्रेस से भी तेज है.
समय सारिणी:
- पटना से: शाम 8 बजे, नई दिल्ली: सुबह 7:30 बजे
- दिल्ली से: शाम 8 बजे, पटना: सुबह 7:30 बजे
- फ्रीक्वेंसी: हफ्ते में 6 दिन (रविवार को छोड़कर)
मुख्य स्टॉप्स: पटना, आरा, प्रयागराज, कानपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद
कोच कॉन्फ़िगरेशन और क्षमता
- ट्रेन में कुल 16 कोच हैं, जो भविष्य में 20-24 तक बढ़ाए जा सकते हैं।
- फर्स्ट एसी: 1 कोच, 24 बर्थ (प्रीमियम प्राइवेसी)
- सेकंड एसी: 4 कोच, 188 बर्थ
- थर्ड एसी: 11 कोच, 611 बर्थ
- एल्यूमिनियम बॉडी से वजन कम, स्पीड ज्यादा। ट्रेन की स्थिरता इतनी है कि 160 किमी/घंटा पर भी चाय का कप नहीं हिलेगा।
- आधुनिक सुविधाएं : फ्लाइट जैसा अनुभव, ट्रेन का किराया
ट्रेन के खास फीचर्स और सुरक्षा
- हर बर्थ पर USB चार्जिंग और पर्सनल रीडिंग लाइट
- हाई-स्पीड वाई-फाई, बड़े LED इंफोटेनमेंट स्क्रीन
- रीयल-टाइम इंफॉर्मेशन: अगला स्टेशन, स्पीड और देरी की जानकारी
- टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट, फर्स्ट एसी में गर्म पानी का शावर
- दिव्यांग यात्रियों के लिए PRM टॉयलेट और रैंप
- ई-कैटरिंग सेवा, सीसीटीवी और इमरजेंसी टॉक-बैक
- सुरक्षा: कवच प्रणाली, एंटी-कोलिजन ब्रेक, क्रैश-प्रूफ डिजाइन, फुल HD CCTV
किराया और बुकिंग
अभी आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ, लेकिन सूत्रों के मुताबिक किराया राजधानी एक्सप्रेस के करीब रहेगा।
- थर्ड एसी: ₹1,600-2,200
- सेकंड एसी: ₹2,500-3,200
- फर्स्ट एसी: ₹4,500-5,500
- यह फ्लाइट से बहुत सस्ता है, लेकिन सुविधाएं फ्लाइट से बेहतर।
- बुकिंग IRCTC ऐप/वेबसाइट पर शुरू होगी,
तेज कनेक्टिविटी से रेमिटेंस, टूरिज्म और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। आने वाले वर्षों में 200 स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें तैयार होंगी, जिनका संचालन दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-चेन्नई, पुणे-बेंगलुरु (ओवरनाइट) और गोरखपुर-दिल्ली जैसे रूट्स पर किया जाएगा। मेंटेनेंस डिपो जोधपुर, दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई में तैयार किए जा रहे हैं।
वंदे भारत स्लीपर सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि भारतीय रेलवे के ‘स्वर्णिम युग’ की शुरुआत है। पटना-दिल्ली रूट पर 12 दिसंबर से ट्रायल और महीने के अंत तक नियमित संचालन यात्रियों के लिए सफर को आसान और सुविधाजनक बनाएगा।
