उत्तराखंड में बीते 6 दिनों में भूकंप के 9 झटकों को प्रदेश ने महसूस किया है, जिस कारण लोगों में भय का माहौल है। उत्तराकाशी इन भूकंपी झटकों का मुख्य केंद्र भी बना रहा, यही कारण है कि जिले में रहने वाले लोगों के मन में अपने और अपनों के लिए एक चिंता और भय का माहौल है। इन्ही सब घटनाओं के बीच में बीते शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक ऐसी खबर चली जिसने लोगों की भावना और अपनों को खोने के डर के साथ एक भद्दा मजाक किया है। दरअसल हाल ही में आए भूकंपी झटकों के बाद सोशल मीडिया पर उत्तरकाशी को लेकर एक फर्जी खबर चली जिसमें लिखा गया था कि उत्तरकाशी में एक बार फिर हिला कर रख देने वाले भूकंपी झटके दस्तक देने वाले हैं, बस फिर क्या था क्षेत्र वासियों ने अपने घरों को खाली कर दिया और घरों से बाहर निकल गए और आधी रात के समय भैरव चौक, गंगोरी, तिलोथ और मुख्य बाजार जैसे स्थानों पर भारी संख्या में लोग जमा हो गए। ग्रामीणों के चहरों पर अपनों को खोने और जान -माल के नुकसान होने का डर साफ देखा जा सकता है।
प्रशासन ने लिया एक्सन
उत्तरकाशी में भूकंप को लेकर फर्जी अफवाह खबर से लोगों में भय इस प्रकार बैठा कि बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकल और परशुराम मंदिर और अन्नपूर्णा मंदिर के बाहर एकत्रित हो गए और आधी रात के समय भैरव चौक, गंगोरी, तिलोथ और मुख्य बाजार जैसे स्थानों पर भारी संख्या में लोग जमा हो गए, लिहाजा पुलिस प्रशासन ने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुए आमजन को समझाया-बुझाया और पुलिस ने लोगों के डर को दूर करते हुए एडवाइजरी जारी कर दी। जमा भीड़ को देखकर जिला प्रशासन और पुलिस एक्शन में आया. प्रशासन ने लोगों को सचेत करते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर चल रही पोस्ट फर्जी है. जिले में लगातार आ रहे भूकम्प की घटनाओं का फायदा उठाते हुए किसी ने गलत अपवाह फैलाई वहीं स्थानीय लोगों ने भ्रामक खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।